बालगीत- बदरा (बादल)
स्वरचित बालगीत प्रारम्भिक स्तर के शिक्षार्थियों हेतु-
स्वरचित बालगीत-
उमड़-उमड़ घिर आये बदरा,
घुमड़-घुमड़ घिर आये बदरा।
झूम-झूमकर बरसे बदरा,
घूम-घूमकर बरसे बदरा।
बीच राह हम फँस गये भैया,
मेंढक गावे टर्रक टैया।
मोर भी नाचे ता-ता थैया,
सोनू-मोनू बड़े खिलैया।
सड़कों पे दौड़ात नवैया,
करत फिरत हैं छप्पक-छैया।।