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Wednesday, December 22, 2021

NISHTHA 3.0 FLN COURSE-6: ENTIRE QUESTOINAIRRE

निष्ठा 3.0 FLN कोर्स-6: UP_बुनियादी भाषा और साक्षरता (निष्ठा FLN)

◾️संक्षिप्त परिचय-

भाषा और साक्षरता पर आधारित यह कोर्स शिक्षार्थियों/ शिक्षकों को इस आधारभूत प्रश्न के पहलुओं से अवगत कराएगा कि बच्चे पढ़ना और लिखना कैसे सीखते हैं और सामाजिक एवम् शैक्षणिक सन्दर्भों में अपने भाषा कौशल का विकास कैसे करते हैं।

◾️कोर्स का सिंहावलोकन-

▪️कोर्स निर्देश-

शिक्षार्थियों के लिये प्रशिक्षण, आकलन एवम् प्रमाण-पत्र सम्बन्धी निर्देश।

▪️विस्तृत निर्देशों हेतु लिंक🔁

▪️उद्देश्य-

इस कोर्स को पूर्ण करने के पश्चात् शिक्षार्थी सक्षम होंगे-

🔹भाषा शिक्षा के विभिन्न पहलुओं जैसे भाषा की प्रकृति, संसाधन और रणनीति के रूप में बहुभाषिकता की भूमिका और शिक्षा नीति के सन्दर्भ में भाषा की भूमिका को समझने में।

🔹विद्यार्थियों में बुनियादी साक्षरता विकसित करने की रणनीतियों से परिचय प्राप्त करने में। उदाहरण के लिये प्रिंट समृद्ध वातावरण का उपयोग करना, प्रातःकालीन सन्देश, चित्र पुस्तकें, कहानी पढ़ना इत्यादि।

🔹 बुनियादी साक्षरता कौशल के अंतर्गत पढ़ने और लिखने के लिये एकीकृत कौशल सम्बन्धी दृष्टिकोण से परिचय प्राप्त करना।

🔹बच्चों के प्रति संवेदनशीलता और उनके साथ सहज सम्बन्ध विकसित करने में।

🔹अधिगम के लक्ष्यों को प्राप्त करने एवम् आकलन के लिये बाल साहित्य और सम्बन्धित रणनीतियों के उपयोग व उसकी प्रक्रिया को समझने में।


▪️कोर्स की रूपरेखा-

🔹भाषा और साक्षरता को समझना।
🔹भाषा- प्रकृति और कार्य।
🔹बहुभाषिकता- एक संसाधन।
🔹ध्वन्यात्मक जागरूकता।
🔹स्वयं से बातें करते हुये सीखने की अवधि/ मूक अवधि।
🔹भाषा और साक्षरता के साथ संलग्नता।
🔹पढ़ने के पहलू।
🔹पढ़ने में शामिल प्रक्रियाएँ और व्यवहार।
🔹विचार प्रक्रिया के रूप में लेखन।
🔹लेखन से जुड़ी रणनीतियाँ।
🔹बाल साहित्य।
🔹सीखने-सिखाने की प्रक्रिया।
🔹आकलन- बच्चों द्वारा स्वयं पढ़ने और लिखने की दिशा में किये गये प्रयासों को समझना।


◾️गतिविधि-4: पढ़ने से जुड़ी रणनीति-

👉अधिक जानने के लिए '+' चिन्ह पर क्लिक करें।

पढ़ने से जुड़ी रणनीति👇


◾️गतिविधि-5: बाल साहित्य के विभिन्न स्रोत खोजें-

👉अधिक जानने के लिये '+' चिन्ह पर क्लिक करें।

बाल साहित्य और साक्षरता सम्बन्धी अनुभव👇


◾️आकलन प्रश्नोत्तरी-

1. दिलचस्प घटना यह है कि भाषाएँ ......... तरीके से सीखी जाती हैं।
उ. एक समान।

2. एक शिक्षक को भाषा कक्षा में बच्चों को ......... के लिये पर्याप्त अवसर प्रदान करने चाहिये।
उ. आत्म अभिव्यक्ति।

3. संयुक्त रूप से पढ़ना क्या है?
उ. जब शिक्षक द्वारा सर्वाधिक सहायता दी जाती है।

4. स्वतंत्र रूप से पढ़ना क्या है?
उ. शिक्षक द्वारा प्रदान की जाने वाली न्यूनतम सहायता।

5. बाल पत्रिकाएँ बच्चों के लिये सम्भावनाओं की एक अच्छी स्रोत हैं .........।
उ. उन्हें प्रिंट-समृद्ध वातावरण प्रदान करने के लिये व पढ़ना सीखने के लिये।

6. मातृभाषा बच्चों को ......... बनने में मदद करती है।
उ. अलग सोच या विचार रखने में सक्षम।

7. पढ़ने और लिखने की गतिविधियाँ ......... ।
उ. परस्पर समानांतर होती हैं।

8. पढ़ना अनिवार्य रूप से ......... की एक प्रक्रिया है।
उ. अर्थ निर्माण।

9. भाषा-कक्षा की प्राथमिकता क्या है?
उ. बच्चों के लिये प्रिंट-समृद्ध वातावरण बनाना।

10. कहानी, कविता, तुकबन्दी आदि साहित्यिक विधाएँ एक शिक्षक को बच्चों को संलग्न करने में मदद करती हैं ......... ।
उ. सार्थक और प्रसंगोचित तरीके से।

11. साक्षरता है?
उ. एक जटिल विकास प्रक्रिया।

12. एकाधिक भाषाओं का ज्ञान रखने वाले/ बहुभाषी बच्चे होते हैं?
उ. रचनात्मक और गम्भीर विचारक।

13. भाषा-कक्षा में शिक्षक पिक्चर टॉक अर्थात् चित्रों के माध्यम से पाठ आधारित चर्चा का प्रयास करता है क्योंकि?
उ. यह परम्परागत पाठ को पढ़ने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

14. भाषा का संज्ञानात्मक पहलू किस पर केन्द्रित है?
उ. मानसिक प्रक्रिया और रणनीतियों पर।

15. बच्चों के लिये प्रिंट-समृद्ध वातावरण अनिवार्य है क्योंकि?
उ. यह समझ के साथ पढ़ने के लिये प्रेरित करता है।

16. प्रभावी अधिगम के अवसरों के लिये एक शिक्षक को अवश्य प्रदान करना चाहिए?
उ. बच्चों द्वारा खोजबीन करने की स्वतंत्रता।

17. साइलेंट पीरियड/ मूक अवधि क्या है?
उ. स्वयं से बातचीत करते हुये व्यतीत क्षण।

18. लिखने की प्रक्रिया पढ़ने के समानांतर होती है क्योंकि?
उ. दोनों अंतर्संबंधित हैं।

19. पढ़ने का अंतिम लक्ष्य क्या है?
उ. पाठ से अर्थ ग्रहण करना।

20. बच्चे की भाषा न केवल सीखने का माध्यम है बल्कि विचारों की अभिव्यक्ति, ......... और नवाचार भी है।
उ. रचनात्मकता।

21. एक शिक्षक को छात्रों को पाठ से जोड़ने के लिये चाहिए कि वो ......... ।
उ. उनके दैनिक जीवन से सम्बन्धित परिचित सन्दर्भों पर बात करें।

22. बच्चे भाषा की बारीकियों को समझते और खोजते हैं जब वे ......... ।
उ. LSRW (सुनना, बोलना, पढ़ना, लिखना) गतिविधियों में अधिकाधिक संलग्न हों।

23. निर्देशित पठन क्या है?
उ. जब शिक्षक द्वारा सर्वाधिक निर्देश दिये जाते हैं।

24. भाषा सीखने में अंतराल अवधि क्या है?
उ. अभिव्यक्ति की एक आत्म-निहित प्रणाली का विकास।

25. एक शिक्षक को अपने छात्रों को ध्वनि-विज्ञान का परिचय देना चाहिए?
उ. उस समय जब बच्चे भाषा के यांत्रिक पहलू को सीखने के  लिये तैयार हों।

26. पढ़ने का अंतिम लक्ष्य है?
उ. पाठ को पढ़कर अर्थ ग्रहण करना।

27. कक्षा में प्रिन्ट समृद्ध वातावरण का पर्याय है?
उ. बाल साहित्य, चार्ट, बच्चों द्वारा किये गये कार्य, कहानियाँ।

28. भाषा दुनिया के बारे में बच्चों के/ की ......... को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
उ. समझ।

29. चित्र पठन में शामिल है?
उ. मौखिक कौशल और सोचने की क्षमता।

30. साक्षरता के आरंभिक वर्षों में बच्चे ......... ।
उ. अपने आसपास की दुनिया की खोजबीन करने के इच्छुक होते हैं।

31. एक कौशल के रूप में पढ़ने के कौशल के लिये आवश्यक है?
उ. ध्वन्यात्मक/ श्रवण आधारित जागरूकता, पूर्वज्ञान और अनुमान लगाना।

32. बच्चों के समग्र विकास के लिये एक शिक्षक को गतिविधियों को सामूहिक रूप से तैयार करने की आवश्यकता होती है?
उ. LSRW (सुनना, बोलना, पढ़ना, लिखना)।

33. भाषा सार्थक संदेश देती है यदि वह?
उ. सन्दर्भपूर्ण हो।

34. एक सक्रिय शिक्षार्थी कौन है?
उ. जो कक्षा की गतिविधियों में भाग ले।

35. पढ़ने के भाषाई पहलू इन कौशलों के विकास में विश्वास करते हैं?
उ. ग्राफो-फोनिक जागरूकता, शब्दार्थ, वाक्य रचना और व्यावहारिकता।

36. भाषा की कक्षा में ओपन एंडेड/ मुक्त निर्देश की अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका होती है क्योंकि?
उ. बच्चों को अपने ज्ञान और अनुभव का विस्तार करने का अवसर प्राप्त होता है।

37. मातृभाषा है?
उ. बच्चों द्वारा सीखी जाने वाली पहली भाषा।

38. सार्थक आधारभूत साक्षरता और संख्यात्मक कौशल प्राप्त करने वाले बच्चे रखते हैं?
उ. सभी कक्षाओं में सीखने का उपयुक्त स्तर।

39. कक्षा में रखी पठन सामग्री होनी चाहिये?
उ. इतनी ऊँचाई पर जहाँ बच्चे उन्हें छूकर आसानी से पढ़ सकें।

40. भाषा सीखने में सन्दर्भ का महत्व होता है क्योंकि इससे बच्चों को मदद मिलती है कहानियाँ गढ़ने में और ......... ।
उ. किसी शब्द विशेष के अर्थ को समझने में।

◾️सारांश-


#NISHTHA_3.0_FLN_COURSE_6_UP_बुनियादी_भाषा_और_साक्षरता_निष्ठा_FLN_ENTIRE_QUESTIONAIRRE

Tuesday, December 7, 2021

NISHTHA 3.0 FLN COURSE-5: ENTIRE QUESTIONAIRRE

निष्ठा FLN 3.0 कोर्स-5: UP_'विद्या प्रवेश' एवम् 'बालवाटिका' की समझ (निष्ठा FLN)

● संक्षिप्त परिचय-

इस कोर्स को 'विद्या प्रवेश' (कक्षा-1 के शुरुआती तीन महीनों के लिये स्कूल तैयारी कोर्स) और 'बालवाटिका' कार्यक्रम (कक्षा-1 से पहले का एक वर्षीय कार्यक्रम) के उद्देश्यों एवम् कार्यान्वयन को दिशा देने के लिये तैयार किया गया है। इसका मुख्य उद्देश्य खेल विधि द्वारा बच्चों में संज्ञानात्मक एवम् भाषाई कौशलों का विकास करना है जो कि पढ़ना, लिखना सीखने और संख्या ज्ञान प्राप्त करने की पूर्व शर्त है।

● कोर्स का सिंहावलोकन-

• कोर्स निर्देश- 

शिक्षार्थियों के लिये प्रशिक्षण, आकलन एवम् प्रमाण-पत्र प्राप्ति सम्बन्धी निर्देश।

• विस्तृत निर्देशों हेतु लिंक-

● उद्देश्य-

इस कोर्स को पूर्ण करने के पश्चात् शिक्षार्थी सक्षम होंगे-

• 'विद्या प्रवेश' एवम् 'बालवाटिका' के लक्ष्यों और उद्देश्यों की व्याख्या करने में।
• विकासात्मक लक्ष्य एवम् उनके परस्पर सम्बन्ध व अन्तः निर्भरता को समझने में।
• साप्ताहिक समय-सारिणी तैयार करने के तरीकों की व्याख्या करने में।
• बच्चों के लिये उनकी आयु के अनुकूल गतिविधि एवम् अनुभवों की योजना बनाने में।
• गतिविधियों एवम् अनुभवों को मनोरंजक तरीके से क्रियान्वित करने में।
• सीखने की प्रक्रिया को बल देने के लिये बच्चों की प्रगति पर नज़र रखने में।

● कोर्स की रूपरेखा-

• 'विद्या प्रवेश' एवम् 'बालवाटिका' का परिचय।
• विकासात्मक लक्ष्य।
• विकासात्मक लक्ष्य से सम्बन्धित सीखने के अनुभव।
• 'विद्या प्रवेश' एवम् 'बालवाटिका' कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार करना।
• सीखने से जुड़े अनुभवों के सृजन हेतु महत्वपूर्ण विचारार्थ बिंदु/ गौर करने योग्य बातें।
• बच्चों की प्रगति पर नज़र रखना।

● गतिविधि-2: अपने अनुभवों के आधार पर विभिन्न लक्ष्यों के तहत दक्षताओं (Competencies) के विकासात्मक उप-घटकों को चुनकर सम्बन्धित बॉक्स में रखें।

• प्रमुख दक्षताएँ-

• सामाजिक रूप से वांछनीय व्यवहार का विकास।
• अवधारणाओं का निर्माण।
• संख्या बोध/ ज्ञान।
• संज्ञानात्मक कौशल।
• समझ के साथ पढ़ना।
• प्रयोजन के साथ लेखन।
• बातचीत करना और सुनना।

• उप घटक-

• संवाद और शब्दकोश का विकास।
• मदद करना, साझा करना, देखभाल करना।
• देखना, सूँघना, स्पर्श करना, चखना।
• माप, आकार, लम्बाई।
• संख्या की पहचान, क्रम का बोध।
• आत्म-अभिव्यक्ति के लिये लेखन।
• स्मृति/ याद करना, मिलान, वर्गीकरण, नमूने बनाना, क्रम के अनुसार सोचना।

● गतिविधि-4: सामग्री को चुनकर उचित गतिविधि/ रुचि वाले क्षेत्रों में रखें।

• गतिविधि या रुचि के क्षेत्र-

• पुस्तकालय और साक्षरता का क्षेत्र।
• खोजबीन या विज्ञान क्षेत्र।
• संगीत और गति क्षेत्र।
• ब्लॉक निर्माण क्षेत्र।
• गुड़िया या नाटकीय प्रस्तुति क्षेत्र।
• कला क्षेत्र।
• गणित या हस्तकौशल युक्त क्षेत्र।

• रुचि क्षेत्र से सम्बन्धित बच्चों के लिये सुझाव सामग्री-

• कॉमिक्स, किताबें, स्लेट्स।
• पज़ल्स, मैचिंग कॉर्ड्स, धागे और मोती।
• कागज़ात, क्रेयॉन, आटा/ चिकनी मिट्टी।
• आवर्धक, चुम्बक, मापने का टेप, डिस्कवरी एरिया, मैग्निफाइंग ग्लास, मैग्नेट, मेजरमेंट टेप।
• खोखले ब्लॉक, इंटरलॉकिंग ब्लॉक, लकड़ी के ब्लॉक।
• संगीत वाद्ययन्त्र, संगीत प्रणाली, गीतों की डी.वी.डी।
• गुड़िया के आकार की सामग्री, दर्पण।

● आकलन प्रश्नोत्तरी-

1. निम्नलिखित में से कौन-सा दस्तावेज F.L.N. मिशन का एक भाग है?
उ. विद्या प्रवेश।

2. बच्चों की एक से अधिक मातृ भाषा/ घर की भाषा होने की स्थिति में शिक्षक से क्या करने की अपेक्षा की जाती है?
उ. छात्रों को कक्षा में अधिक से अधिक भाषाओं को अभिव्यक्ति के माध्यम के रूप में उपयोग किये जाने की स्वतंत्रता देना।

3. मानव जीवन के किस चरण में मस्तिष्क का विकास तीव्रता से होता है?
उ. प्रारम्भिक बाल्यावस्था (Early Childhood)।

4. पूर्व प्राथमिक स्तर-3 के लिये निर्धारित आयु क्या है?
उ. 5+

5. विद्या प्रवेश एवम् बाल वाटिका कार्यक्रम का मूल उद्देश्य क्या है?
उ. प्राथमिक कक्षाओं में बच्चों का व्यवधान रहित शिक्षण सुनिश्चित करना।

6. विद्या प्रवेश एवम् बाल वाटिका कार्यक्रम केंद्रित है?
उ. कौशलों एवम् अवधारणाओं के विकास पर।

7. साप्ताहिक कार्य योजना से क्या तात्पर्य है?
उ. एक सप्ताह में कार्यान्वित की जाने वाली गतिविधियों की दिनवार योजना।

8. बच्चों को निर्देश किस भाषा में दिया जाना चाहिए?
उ. मातृभाषा अथवा ज्यादातर बच्चे जिस भाषा से परिचित हों।

9. विद्या प्रवेश कार्यक्रम के क्रियान्वयन की अवधि है?
उ. 12 सप्ताह।

10. विकासात्मक लक्ष्य के अंतर्गत आने वाले कौशल एवम् अवधारणाएँ कौन-सी हैं?
उ. स्वयं के प्रति जागरूकता, सामाजिक रूप से वांछनीय व्यवहार, पोषण, स्वच्छता, स्वयं की सुरक्षा एवम् गत्यात्मक कौशल।

11. बच्चे के विकास का मूल्यांकन करने एवम् उसका रिकॉर्ड रखने के लिए मूल्यांकन सम्बन्धी कार्य योजना (Assessment Schedule) के कितने सत्रों के बारे में समझाया गया है?
उ. तीन।

12. राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुसार शिक्षण के न्यून स्तर से उत्पन्न संकट किन दो पहलुओं को रेखांकित करता है?
उ. बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान।

13. गतिविधि/ रूचि क्षेत्रों का मुख्य उद्देश्य बच्चों को निम्नलिखित के लिये अवसर प्रदान करता है?
उ. निर्बाध रूप से खेलना/ भरपूर खेलना (फ्री प्ले)।

14. गतिविधियों, वर्कशीट एवम् चित्रों के सन्दर्भ में शिक्षकों को किस तरह की स्वतंत्रता दी जानी चाहिए?
उ. उसे संशोधित करने एवम् प्रासंगिक बनाने के सन्दर्भ में।

15. विद्या प्रवेश एवम् बाल वाटिका कार्यक्रम के अंतर्गत कितने विकासात्मक लक्ष्यों को पूरा/ का समावेश किया गया है?
उ. तीन विकासात्मक लक्ष्य।

16. बच्चों की वर्कशीट कब दी जानी चाहिये?
उ. जब बच्चे ठोस वस्तुओं या खिलौनों एवम् खेल आधारित गतिविधियों का भरपूर आनंद उठा चुके हों।

17. FLN मिशन के दिशा-निर्देशों में स्तर-3 के तौर पर उल्लिखित दस्तावेज कौन-सा है?
उ. बाल वाटिका।

18. राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 में प्री-स्कूल स्तर-3 के लिये उपयोग की गई पारिभाषिक शब्दावली क्या है?
उ. बाल वाटिका।

19. विद्या प्रवेश एवम् बाल वाटिका कार्यक्रम के अंतर्गत गतिविधियों तथा वर्कशीट अथवा सीखने-सिखाने से जुड़े अनुभवों का विकास किया जाना चाहिये?
उ. तीनों विकासात्मक लक्ष्यों के इर्द-गिर्द।

20. शैक्षणिक शिक्षण में पारगमन गतिविधियों (Transition Activities) का उद्देश्य क्या होता है?
उ. बच्चों को एक गतिविधि से दूसरी तक जाने में सहायता करना।

21. ध्वन्यात्मक जागरूकता (Phonological Awareness) का सही उदाहरण क्या है?
उ. तुकांत शब्दों की पहचान।

22. पोर्टफोलियो से क्या तात्पर्य है?
उ. प्रत्येक बच्चे द्वारा किये जाने वाले कार्यों का संकलन।

23. D.I.Y. से क्या तात्पर्य है?
उ. स्वयं करें (Do it yourself)।

24. बाल वाटिका कार्यक्रम स्कूलिंग के किस स्तर के बच्चों के लिये निर्मित है?
उ. पूर्व प्राथमिक स्तर-3 के बच्चों के लिये।

25. राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 में स्कूली शिक्षा के किस स्तर पर/ बच्चों के बीच शिक्षण के न्यूनतम स्तर का होता है?
उ. प्राथमिक।

26. राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 शुरुआती कक्षा में बच्चों को किस प्रकार के क्रियाकलाप के अवसर दिये जाने की बात कही गयी है?
उ. सृजनात्मक, जिज्ञासात्मक, आयु एवम् विकास के अनुरूप।

27. विद्या प्रवेश एवम् बाल वाटिका कार्यक्रम के कार्यान्वयन के लिये निर्धारित दैनिक अवधि (घण्टों में) कितनी है?
उ. प्रत्येक दिन 04 घण्टे।

28. राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 में दी गयी बुनियादी अवस्था (Foundational Stage) में शामिल आयु वर्ग है?
उ. 03 से 08 वर्ष।

29. कौन-सा संघटक भाषा और साक्षरता को उसके पूर्ण रूप में व्यक्त करता है?
उ. मौखिक, पढ़ना एवम् लिखना।

30. विद्या प्रवेश एवम् बाल वाटिका में मूल्यांकन की किस प्रक्रिया के बारे में बताया गया है?
उ. नियमित/ निरन्तर/ सतत् एवम् बहु-आयामी।

31. गतिविधियों में सन्तुलन का सही उदाहरण क्या है?
उ. शिक्षक द्वारा आरम्भ की गई एवम् बच्चे द्वारा आरम्भ की गई गतिविधियाँ।

32. F.L.N. मिशन का पूर्ण रूप क्या है?
उ. बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान मिशन।

33. विद्या प्रवेश कार्यक्रम स्कूलिंग के किस स्तर के बच्चों के लिये तैयार किया गया है?
उ. कक्षा-1 में प्रवेश लेने वाले बच्चों के लिये।

34. बाल वाटिका कार्यक्रम के क्रियान्वयन की अवधि है?
उ. 01 वर्ष।

35. निम्नलिखित में से कौन-सी गतिविधि दी गयी साप्ताहिक कार्य योजना के अनुसार दैनिक/ दिनचर्या गतिविधियों में शामिल है?
उ. परस्पर अभिवादन एवम् मिलना, सर्किल टाइम और निर्बाध सम्प्रेषण।

36. विद्या प्रवेश एवम् बाल वाटिका में दिये गये सतत् मूल्यांकन से शिक्षकों को किस प्रकार सहायता मिलेगी?
उ. सीखने-सिखाने से जुड़ी रणनीतियों, खेल की सामग्रियों, गतिविधियों के क्षेत्रों आदि को अपनाने एवम् उसे सुधारने में।

37. राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 इस बात का समर्थन करती है कि बच्चों की शिक्षा ......... जारी रहनी चाहिये।
उ. पूर्व प्राथमिक स्तर से लेकर प्रारम्भिक प्राथमिक कक्षाओं तक।

38. मुक्त खेल (Free Play) क्या है?
उ. बच्चों द्वारा की गई गतिविधि।

39. विद्या प्रवेश एवम् बाल वाटिका में किस प्रकार की खेल शिक्षण सामग्री का सुझाव दिया गया है?
उ. देश में निर्मित, स्थानीय, कम लागत की अथवा शून्य लागत की सामग्री।

● सारांश-


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