कोर्स-16:UP_मापदण्ड-पूर्व-व्यावसायिक शिक्षा (उत्तर प्रदेश)।
मॉड्यूल-16 आधारित सम्पूर्ण प्रश्नोत्तरी एवम् आवश्यक गतिविधियाँ-
मॉड्यूल-16: गतिविधि-2~प्रतिबिंबित
वैसे तो हमारे पास कोई ऐसा विशिष्ट कौशल नहीं है जिसके कारण हम स्वयं के या किसी अन्य के जीवन में क्रांतिकारी परिवर्तन ला सकें लेकिन बाल्यकाल से ही ज्ञानार्जन और प्रमुख स्मरणीय बिंदुओं को लिपिबद्ध करने का स्वतःस्फूर्त जुनून अवश्य रहा है जोकि कोविड-19 के अभूतपूर्व परिदृश्य एवम् वृहद-व्यापक लॉकडाउन के दौरान भी अक्षुण रहा जिसके फलस्वरूप व्यक्तिगत ब्लॉग, यूट्यूब चैनल एवम् सोशल मीडिया के विविध माध्यमों से विषाद एवम् नैराश्य के माहौल में कुछ न कुछ सकारात्मक एवम् प्रेरक सन्देश निरन्तर साझा करने को तत्पर रहे और आज भी जब कभी क़्वालिटी टाइम मिल पाता है तो यही क्रम गतिमान रहता है, स्वयं को जागरूक रखना और यथासम्भव अधिकाधिक साथियों को प्रेरित करना।
गतिविधि-3: अपनी समझ की जाँच करें-
सत्य या असत्य चुनें-
1. कक्षा के लिये कार्य अनुभव कार्यक्रम पेश होगा।
(A) सत्य।☑️
(B) असत्य।
2. व्यावसायिक शिक्षा एवं प्रशिक्षण में शिक्षा के सभी चरणों में उद्देश्यपूर्ण मैनुअल कार्य होना चाहिए।
(A) असत्य।☑️
(B) सत्य।
3. शिक्षा क्षेत्र में कोठारी आयोग की रिपोर्ट (1964-66) ने सामाजिक रूप से उपयोग उत्पादक कार्यों की कल्पना की, (स्कूल में, घर में, कार्यशाला में, खेत में किसी के कारखाने में या किसी अन्य उत्पादक कार्यों में भागीदारी" |
(A) असत्य।☑️
(B) सत्य।
4. व्यावसायिक विषयों में अब कक्षा 9वीं से 12वीं तक सामान्य शिक्षा के साथ-साथ विभिन्न व्यवसायों के लिए रोजगार और व्यावसायिक कौशल विकसित करने की पेशकश की जाती है।
(A) सत्य।☑️
(B) असत्य।
5. सामान्य शिक्षा के तहत पूर्व-व्यावसायिक शिक्षा कक्षा 6 से 8 तक दी जायेगी।
(A) सत्य।☑️
(B) असत्य।
गतिविधि-4: गतिविधियों का सम्बन्धित क्षेत्र से मिलान करें-
कक्षा 6 से 8 तक की पूर्व-व्यावसायिक शिक्षा के तहत आयोजित की जा सकने वाली गतिविधियों का सम्बन्धित क्षेत्र से मिलान करें-
मॉड्यूल-16: गतिविधि-6~अपने विचार साझा करें-
सामान्य शिक्षा के साथ व्यावसायिक कौशल का एकीकरण-
मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा सन् 2012 में एक राष्ट्रीय व्यावसायिक शिक्षा योग्यता फ्रेमवर्क का निर्माण किया गया। यह फ्रेमवर्क सामान्य शिक्षा के साथ-साथ व्यावसायिक शिक्षा को एकीकृत करने और स्कूल से काम करने या अग्रिम शिक्षा के लिये एक सुचारू परिवर्तन हेतु शिक्षार्थियों को निर्बाध मार्ग प्रदान करने के लिये शुरू किया गया। यह सीखने के प्रतिफल के स्तर की एक श्रृंखला के रूप में आयोजित किया जाता है जिसे तालिकाबद्ध कर 1 से लेकर 10 स्तरों तक बढ़ते हुये क्रम में व्यवस्थित किया गया है। यह स्तर सीखने की जटिलता पर निर्भर करते हैं, 1 सबसे कम जटिल है जबकि 10 सर्वाधिक जटिल। यह कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में डिप्लोमा (N.S.Q.F.स्तर 5), एडवांस डिप्लोमा और डिग्री (N.S.Q.F.स्तर 6-10) के माध्यम से ग्रेड 9 (N.S.Q.F. स्तर 1) से शुरू होने वाली एक व्यापक रुपरेखा है। N.S.Q.F. के प्रत्येक स्तर को तालिकाबद्ध ज्ञान क्षेत्र में सीखने के प्रतिफलों के विवरण के रूप में वर्णित किया गया है-
(१) आवश्यक प्रक्रिया
(२) व्यावसायिक ज्ञान
(३) व्यावसायिक कौशल
(४) मुख्य कौशल
(५) उत्तरदायित्व।
मुख्य प्रश्नोत्तरी-
1. ईश्वरभाई पटेल समिति (1977) ने एस.यू.पी.डब्ल्यू को एक उद्देश्यपूर्ण सार्थक के रूप में विद्यटित किया ......... जिसके परिणामस्वरूप वस्तुओं या सेवाओं का काम होता है, जो समुदाय के लिए उपयोगी हैं।
(A) मशीन।
(B) मैनुअल।☑️
(C) अच्छा।
(D) सामान्य।
2. महात्मा गाँधी ने (1937) में कहा था कि मैनुअल और ......... कार्य को परीक्षा में जगह मिलनी चाहिए।
(A) मौलिक।
(B) बुनियादी।
(C) उत्पादक।☑️
(D) प्रायोगिक।
3. शिक्षा का व्यावसायिक विकास और ......... बुनियादी तकनीकी कौशल के साथ-साथ उच्च माध्यमिक स्तर पर स्कूली शिक्षा के वर्षों के दौरान सामान्य शिक्षा के विकास का प्रावधान है और इसके लिए माध्यमिक स्तर के बाद व्यक्तियों के रोजगार में वृद्धि करना और उन्हें रोजगार के अवसर के लिये तैयार करना है।
(A) पूर्व-व्यावसायिक शिक्षा।
(B) व्यावसायिक शिक्षा।
(C) कार्य शिक्षा।
(D) जेनेटिक।☑️
4. पूर्व-व्यावसायिक शिक्षा न केवल किताबी ज्ञान और ज्ञान के अनुप्रयोग के बीच की सीमाओं को कम करती है, बल्कि यह बच्चों के कार्यक्षेत्रों में कौशल की आवश्यकताओं को भी उजागर करती है, इस प्रकार से उसकी मदद करती है।
(A) रोजगार कौशल को विकसित कर।
(B) सभी।☑️
(C) भविष्य के लिये करियर का रास्ता तय कर।
(D) कौशल प्रशिक्षण के लिये तैयार कर।
5. रोजगार कौशल मॉड्यूल को 9वीं से 12वीं कक्षा तक व्यावसायिक पाठ्यक्रम के भाग के रूप में पेश किया गया है जिसमें संचार कौशल, स्व-प्रबंधन कौशल, सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी कौशल, ......... कौशल और हरित कौशल शामिल हैं।
(A) पारस्परिक कौशल।
(B) उद्यमिता कौशल।☑️
(C) अनुकूलन क्षमता कौशल।
(D) विचार कौशल।
6. भारतीय शिक्षा आयोग को हंटर कमीशन (1882) के नाम से भी जाना जाता है जिसमें कहा गया है कि विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रमों में प्रवेश परीक्षा के लिये छात्रों को तैयार करने के पहले दो विशिष्ट धाराएँँ होनी चाहिए और इसकी ......... व्यवसाय के लिए उपयुक्तता होनी चाहिए।
(A) सैद्धान्तिक।
(B) पारंपरिक।
(C) नैदानिक।
(D) व्यावहारिक।☑️
7. कार्य अनुभव को ......... के रूप में जाना जाता है।
(A) सामाजिक रूप से उपयोगी उत्पादक कार्य।☑️
(B) पूर्व-व्यावसायिक कार्य।
(C) व्यावहारिक कार्य।
(D) सामान्य कार्य।
8. अब पूर्व-व्यावसायिक शिक्षा को समग्र शिक्षा के तहत कक्षा 6 से ......... तक स्कूली शिक्षा के व्यवसायीकरण के रूप में परिकल्पित किया जा रहा है।
(A) 8वीं।☑️
(B) 6वीं।
(C) 9वीं।
(D) 7वीं।
9. शिक्षा पर राष्ट्रीय नीति ......... ज्ञापित है कि "व्यावसायिक शिक्षा के व्यवस्थित, सुव्यवस्थित एवं कठोरता से लागू कार्यक्रमों की शुरुआत प्रस्तावित शैक्षिक पुनर्गठन में महत्वपूर्ण है।
(A) 2020
(B) 1992
(C) 1968
(D) 1986☑️
10. योग्यता एक ......... और औसत दर्जे का ज्ञान एवं कौशल है।
(A) प्रयोगात्मक।
(B) लागू।
(C) अवलोकनीय।☑️
(D) नष्टकारी।
नोट:- कृपया प्रश्नों अथवा विकल्पों के क्रम को लेकर कदापि भ्रमित न हों क्योंकि यह प्रत्येक प्रकरण में पृथक हो सकता है अतः प्रश्नों एवम् विकल्पों को भलीभाँति आत्मसात करने के उपरान्त ही उचित उत्तर का चयन करें।
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