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Friday, January 8, 2021

निष्ठा: कोर्स-17 आधारित गतिविधि एवम् प्रश्नोत्तरी

कोर्स-17: UP_कोविड-19 परिदृश्य: विद्यालयी शिक्षा में चुनौतियों का समाधान (उत्तर प्रदेश)।

मॉड्यूल-17 आधारित समस्त अनिवार्य गतिविधियाँँ एवम् प्रश्नोत्तरी।


गतिविधि-1: महामारी के दौरान एहतियात।

सत्य/असत्य चुनें-

१. छींक आए तो साड़ी के पल्लू या गमछे का उपयोग करें क्योंकि छींक में मौजूद सूक्ष्मजीवी आपके हाथ से आपके नाक, मुँह या आँखों में स्थानांतरित हो जाएगा।

(अ) असत्य।

(ब) सत्य।☑️


२. बिना हाथ धोए या साफ किए अपने चेहरे को छूने से वायरस नहीं फैलता है।

(अ) असत्य।☑️

(ब) सत्य।


३. हाथ मिलाने और कार्यक्रम आयोजित करने से महामारी फैलने का खतरा नहीं बढ़ता है।

(अ) असत्य।☑️

(ब) सत्य।


४. यदि किसी को बुखार, खाँसी और साँस लेने में कठिनाई हो, तो उसे तुरंत चिकित्सा सुविधा प्राप्त किए बिना एंटीबायोटिक्स लेनी चाहिए ।

(अ) सत्य।

(ब) असत्य।☑️


५. कोविड-19 के दौरान एहतियात के तौर पर विविध मास्क पहनें ।

(अ) असत्य।☑️

(ब) सत्य।


६. सार्वजनिक जगहों पर थूकने और धूम्रपान करने से वायरस नहीं फैलता है।

(अ) असत्य।☑️

(ब) सत्य।


७. स्व-दवा/उपचार से बचें।

(अ) असत्य।

(ब) सत्य।☑️


८. अगर कुछ भी खरीदने के लिए घर से बाहर जा रहे हैं तो अन्य लोगों को संक्रमित करने से बचने के लिए मास्क पहनें। अब बाहर जाते समय नाक और मुँह ढँकना अनिवार्य है।

(अ) सत्य।☑️

(ब) असत्य।


९. किसी को घर पर रहकर स्व-अलगाव करना चाहिए, यदि वे अस्वस्थता महसूस करना शुरू करते हैं, भले ही सिरदर्द, कम ग्रेड बुखार (37.3 ℃ या इससे ऊपर ) और हल्की बहती नाक जैसे हल्के लक्षण हों,तब तक जब तक वे ठीक न हो जायें।

(अ) असत्य।

(ब) सत्य।☑️


१०. उपयोग किए गए महीन कपड़े/कागज़ का तुरंत निपटान करें क्योंकि बूँदें वायरस को फैलाती हैं।

(अ) सत्य।☑️

(ब) असत्य।


११. अच्छी श्वसन स्वच्छता का पालन करके, यानी जब आप खाँसते या छींकते हैं तो अपने मुँह और नाक को मुड़ी हुई कोहनी या महीन कपड़े / कागज़ से ढँक कर, आप अपने आसपास के लोगों को सर्दी, फ्लू और कोविड-19 जैसे वायरस से बचा सकते हैं।

(अ) सत्य।☑️

(ब) असत्य।

मॉड्यूल 17- गतिविधि 3: प्रदर्शन

📌 अपने भावनात्मक अनुभवों को प्रदर्शित करें जो लॉकडाउन की अवधि के दौरान हुये थे। आपने उन भावनाओं का सामना कैसे किया?

✒️ इतिहास साक्षी रहा है अभूतपूर्व घटनायें सदैव अपने गर्भ में असाधारण परिस्थितियाँँ समेटे रहती हैं जिनके शक्तिशाली प्रभाव से यह प्राणी जगत यदा-कदा हतप्रभ व किंकर्तव्यविमूढ़ रह जाता है और स्वयं को सर्वश्रेष्ठ समझने का उसका अहंकार छिन्न-भिन्न हो जाता है, अंततः इस अलौकिक सृष्टि की अथाह विस्मयकारी लीलाओं के समक्ष नतमस्तक होना ही पड़ता है। कोविड-19 का दौर और उससे उपजी लॉकडाउन जैसी विकट-विषम परिस्थितियाँँ भी हमारे मानस पटल पर अमिट छवि अंकित कर चुकी हैं जो आजीवन अविस्मरणीय रहेंगी; इस दौरान अनेकों प्रिय-अप्रिय अनुभवों के साथ-साथ असंगठित क्षेत्र के लाखों दैनिक श्रमिकों का करुणाजनक पलायन और उनकी दयनीय स्थिति मेरे लिये अत्यन्त भावनात्मक, हृदयविदारक एवम् कटु अनुभव रहा जिसका सामना करने के लिये मुझे अध्यात्म का आश्रय और अधिक गहनता व गम्भीरता से लेना पड़ा ताकि मानसिक शान्ति के साथ ही सकारात्मक ऊर्जा का संचार हो सके। आध्यात्मिक यत्नों के अतिरिक्त कुछ परोपकारी भलमानसों के पुनीत यज्ञ में यथासामर्थ्य आंशिक आहुति न्यौछावर करने को भी सदैव तत्पर रहा किन्तु जब-जब पीड़ा लक्ष्मण रेखा लाँघ गयी तो उसे शब्दों में पिरोकर अभिव्यक्त भी करता रहा और उपलब्ध संसाधनों तथा माध्यमों द्वारा उपयुक्त मंचों तक प्रसारित भी करता रहा।

।।जय हिन्द, वन्देमातरम्।।

मॉड्यूल 17- गतिविधि 4: अपने विचार साझा करें।

📌 आप उन छात्रों का मार्गदर्शन कैसे करेंगे जिनके माता-पिता का व्यवसाय महामारी से प्रभावित है?

✒️ जीवनचक्र में अकस्मात् ऐसे मोड़ भी आ जाते हैं जब हमारी यात्रा की गति लाख प्रयासों के बावजूद मन्द पड़ ही जाती है; वर्तमान परिदृश्य ने भी हम सबको ऐसे दोराहे पर ला खड़ा किया है जहाँँ एक शिक्षक होने के नाते जनहित और जनकल्याण को सर्वोपरि रखते हुये हमें 'सामाजिक आकांक्षाओं के दर्पण' की महती भूमिका में एक समर्पित एवम् विनम्र परामर्शदाता का पुनीत दायित्व भी निभाना होगा ताकि अपने परमकर्त्तव्य से हम पूर्ण एवम् नैसर्गिक न्याय कर सकें। एक सेनानायक की भाँति हमें अपने विद्यार्थियों तथा उनके परिजनों के मनोवैज्ञानिक मार्गदर्शन के साथ-साथ नैतिक, सामाजिक, वैयक्तिक, आर्थिक आदि पक्षों का भी अनुसमर्थन करना होगा जिसके लिये परस्पर व्यक्तिगत सम्बन्धों की उन्नति हेतु भावनात्मक सेतु निर्मित करना होगा क्योंकि प्रत्येक समस्या के सम्पूर्ण समाधान हेतु उसकी पृष्ठभूमि का व्यापक अन्वेषण-विश्लेषण-संश्लेषण अवश्यम्भावी है; इसी क्रम में ऐसे छात्रों के मार्गदर्शन हेतु जिनके माता-पिता का व्यवसाय इस महामारी से प्रभावित हुआ है, हमें और अधिक संवेदनशील, विनयशीलता एवम् धैर्यवान बनने की आवश्यकता है। हमें ऐसे छात्रों को कोविड-19 सम्बन्धी समस्त सावधानियों और दिशा-निर्देशों के प्रति संवेदी बनाने के साथ ही उनमें सकारात्मकता तथा वांछनीय साहस के आविर्भाव सुनिश्चित करने के साथ-साथ उनका सामाजिक, मानसिक व नैतिक अनुसमर्थन भी करना होगा तथा उन्हें जटिल परिस्थितियों से जूझने के पारम्परिक मार्गों से हटकर वैकल्पिक एवम् अभिनव उपक्रमों के प्रति प्रोत्साहित करना होगा। विभिन्न डिजिटल व ऑनलाइन मंचों तथा अवसरों से उनका परिचय कराते हुये भावी असीम सम्भावनाओं के प्रति सभी हितधारकों की परस्पर सहभागिता से अधिकाधिक प्रचार-प्रसार करते हुये सफल क्रियान्वयन हेतु व्यावहारिक शिक्षण-प्रशिक्षण सुनिश्चित करना होगा। उदहारणस्वरूप गवर्नमेंट ई-मार्किट प्लस (GeM+) , पी.एम. स्वनिधि जैसी सराहनीय योजनाओं को लेकर समाज के अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति तक को जागरूक व सक्षम बनाना होगा।

।।जय हिन्द, वन्देमातरम्।।

गतिविधि-5: अपनी समझ को परखें-

बताएँ कि निम्नलिखित कथन सत्य है या असत्य?

१. सभी पदाधिकारियों और छात्रों को समूची विद्यालय अवधि में फेस मास्क पहनने की आवश्यकता नहीं है।

(अ) असत्य।☑️

(ब) सत्य।


२. एक छात्रावास भोजनालय के समय को एक बार में छात्रों की भीड़ से बचने के लिए क्रमबद्ध किया जा सकता है।

(अ) सत्य।☑️

(ब) असत्य।


३. कोविड-19 के दौरान विद्यालय में समूह गतिविधियाँ जारी रखी जा सकती हैं ।

(अ) असत्य।☑️

(ब) सत्य।


४. बच्चों को अपने निजी परिवहन का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।

(अ) सत्य।☑️

(ब) असत्य।


५. छात्रों को विद्यालय जाने के लिए मजबूर किया जाना चाहिए।

(अ) सत्य।

(ब) असत्य।☑️

मुख्य प्रश्नोत्तरी-

१. महामारी की अवधि के दौरान छात्रों के मानसिक कल्याण के मुद्दों को सँभालने के लिए सबसे प्रभावी उपाय कौन-सा है?

(अ) निजी शिक्षक (ट्यूटर्स)।

(ब) शिक्षक।

(स) डॉक्टर।

(द) शिक्षक परामर्शदाता।☑️


२. दुनिया भर में हाल ही में खोजी गई संक्रामक बीमारी कौन-सी महामारी बन गई है?

(अ) कोविड-19।☑️

(ब) इबोला।

(स) स्वाइन फ्लू।

(द) टाइफाइड।


३. छात्रों के अधिगम के परिणाम का समय-समय पर मूल्यांकन ......... और शिक्षण विधियों में मदद करता है।

(अ) शिक्षण-अधिगम प्रक्रिया में सुधार करने।☑️

(ब) छात्रों को ग्रेड देने।

(स) छात्रों की योग्यता के बारे में जानने।

(द) छात्रों की बुद्धि की पहचान करने।


४. वैकल्पिक दिवसीय विद्यालय मॉडल को कारगर बनाने में कौन-सी प्रमुख चुनौती नहीं है?

(अ) जागरूकता पैदा करना।

(ब) स्वाध्याय।

(स) लचीलापन।

(द) अध्ययन सामग्री।☑️


५. कोविड-19 एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में कैसे संचारित होता है?

(अ) व्यायाम से।

(ब) हँसने से।

(स) खर्राटे से।

(द) खाँसने और छींकने से।☑️


६. छात्रवासियों (हॉस्टलर्स) के लिए सुरक्षित संगरोध (क्वारंटीन) सुविधा की व्यवस्था शुरू करने का सही समय क्या है?

(अ) विद्यालय में प्रवेश लेने के दौरान।

(ब) विद्यालय को पुनः खोलने से पहले।☑️

(स) विद्यालय शुरू होने के बाद।

(द) आवश्यकता पड़ने पर।


७. छात्रों को कोरोनो वायरस के प्रसार से बचाने के संबंध में विद्यालय में सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कौन जिम्मेदार है?

(अ) एक प्रधानाचार्य।

(ब) शिक्षक।

(स) माता-पिता।

(द) सभी हितधारक।☑️


८. विद्यालय में सामाजिक दूरी को बनाए रखने का प्रभावी तरीका क्या है?

(अ) आयु-समूह के अनुसार वैकल्पिक दिवसीय विद्यालयी शिक्षा।

(ब) बोली जाने वाली भाषा के अनुसार वैकल्पिक दिवसीय विद्यालयी शिक्षा।

(स) सामाजिक पृष्ठभूमि के अनुसार वैकल्पिक दिवसीय विद्यालयी शिक्षा।

(द) छात्रों के क्रमांक के अनुसार वैकल्पिक दिवसीय विद्यालयी शिक्षा।☑️


९. किसी व्यक्ति को कोविड-19 महामारी से संक्रमित होने से बचाने की सबसे उपयुक्त विधि कौन-सी है?

(अ) हाथ मिलाना।

(ब) दोस्तों के साथ गपशप करना।

(स) जॉगिंग।

(द) सामाजिक दूरी।☑️


१०. कोरोना वायरस के कारण होने वाला कोविड-19 रोग किस प्रकार का है?

(अ) वंशानुगत।

(ब) विटामिन की कमी।

(स) प्रजातिगत (जेनेरिक)।

(द) संक्रामक।☑️


नोट:- कृपया प्रश्नों अथवा विकल्पों के क्रम को लेकर कदापि भ्रमित न हों क्योंकि यह प्रत्येक प्रकरण में पृथक हो सकता है अतः प्रश्नों एवम् विकल्पों को भलीभाँति आत्मसात करने के उपरान्त ही उचित उत्तर का चयन करें।


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