निष्ठा 3.0 FLN कोर्स-6: UP_बुनियादी भाषा और साक्षरता (निष्ठा FLN)
◾️संक्षिप्त परिचय-
भाषा और साक्षरता पर आधारित यह कोर्स शिक्षार्थियों/ शिक्षकों को इस आधारभूत प्रश्न के पहलुओं से अवगत कराएगा कि बच्चे पढ़ना और लिखना कैसे सीखते हैं और सामाजिक एवम् शैक्षणिक सन्दर्भों में अपने भाषा कौशल का विकास कैसे करते हैं।
◾️कोर्स का सिंहावलोकन-
▪️कोर्स निर्देश-
शिक्षार्थियों के लिये प्रशिक्षण, आकलन एवम् प्रमाण-पत्र सम्बन्धी निर्देश।
▪️विस्तृत निर्देशों हेतु लिंक🔁
▪️उद्देश्य-
इस कोर्स को पूर्ण करने के पश्चात् शिक्षार्थी सक्षम होंगे-
🔹भाषा शिक्षा के विभिन्न पहलुओं जैसे भाषा की प्रकृति, संसाधन और रणनीति के रूप में बहुभाषिकता की भूमिका और शिक्षा नीति के सन्दर्भ में भाषा की भूमिका को समझने में।
🔹विद्यार्थियों में बुनियादी साक्षरता विकसित करने की रणनीतियों से परिचय प्राप्त करने में। उदाहरण के लिये प्रिंट समृद्ध वातावरण का उपयोग करना, प्रातःकालीन सन्देश, चित्र पुस्तकें, कहानी पढ़ना इत्यादि।
🔹 बुनियादी साक्षरता कौशल के अंतर्गत पढ़ने और लिखने के लिये एकीकृत कौशल सम्बन्धी दृष्टिकोण से परिचय प्राप्त करना।
🔹बच्चों के प्रति संवेदनशीलता और उनके साथ सहज सम्बन्ध विकसित करने में।
🔹अधिगम के लक्ष्यों को प्राप्त करने एवम् आकलन के लिये बाल साहित्य और सम्बन्धित रणनीतियों के उपयोग व उसकी प्रक्रिया को समझने में।
▪️कोर्स की रूपरेखा-
🔹भाषा और साक्षरता को समझना।
🔹भाषा- प्रकृति और कार्य।
🔹बहुभाषिकता- एक संसाधन।
🔹ध्वन्यात्मक जागरूकता।
🔹स्वयं से बातें करते हुये सीखने की अवधि/ मूक अवधि।
🔹भाषा और साक्षरता के साथ संलग्नता।
🔹पढ़ने के पहलू।
🔹पढ़ने में शामिल प्रक्रियाएँ और व्यवहार।
🔹विचार प्रक्रिया के रूप में लेखन।
🔹लेखन से जुड़ी रणनीतियाँ।
🔹बाल साहित्य।
🔹सीखने-सिखाने की प्रक्रिया।
🔹आकलन- बच्चों द्वारा स्वयं पढ़ने और लिखने की दिशा में किये गये प्रयासों को समझना।
◾️गतिविधि-4: पढ़ने से जुड़ी रणनीति-
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पढ़ने से जुड़ी रणनीति👇
◾️गतिविधि-5: बाल साहित्य के विभिन्न स्रोत खोजें-
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बाल साहित्य और साक्षरता सम्बन्धी अनुभव👇
◾️आकलन प्रश्नोत्तरी-
1. दिलचस्प घटना यह है कि भाषाएँ ......... तरीके से सीखी जाती हैं।
उ. एक समान।
2. एक शिक्षक को भाषा कक्षा में बच्चों को ......... के लिये पर्याप्त अवसर प्रदान करने चाहिये।
उ. आत्म अभिव्यक्ति।
3. संयुक्त रूप से पढ़ना क्या है?
उ. जब शिक्षक द्वारा सर्वाधिक सहायता दी जाती है।
4. स्वतंत्र रूप से पढ़ना क्या है?
उ. शिक्षक द्वारा प्रदान की जाने वाली न्यूनतम सहायता।
5. बाल पत्रिकाएँ बच्चों के लिये सम्भावनाओं की एक अच्छी स्रोत हैं .........।
उ. उन्हें प्रिंट-समृद्ध वातावरण प्रदान करने के लिये व पढ़ना सीखने के लिये।
6. मातृभाषा बच्चों को ......... बनने में मदद करती है।
उ. अलग सोच या विचार रखने में सक्षम।
7. पढ़ने और लिखने की गतिविधियाँ ......... ।
उ. परस्पर समानांतर होती हैं।
8. पढ़ना अनिवार्य रूप से ......... की एक प्रक्रिया है।
उ. अर्थ निर्माण।
9. भाषा-कक्षा की प्राथमिकता क्या है?
उ. बच्चों के लिये प्रिंट-समृद्ध वातावरण बनाना।
10. कहानी, कविता, तुकबन्दी आदि साहित्यिक विधाएँ एक शिक्षक को बच्चों को संलग्न करने में मदद करती हैं ......... ।
उ. सार्थक और प्रसंगोचित तरीके से।
11. साक्षरता है?
उ. एक जटिल विकास प्रक्रिया।
12. एकाधिक भाषाओं का ज्ञान रखने वाले/ बहुभाषी बच्चे होते हैं?
उ. रचनात्मक और गम्भीर विचारक।
13. भाषा-कक्षा में शिक्षक पिक्चर टॉक अर्थात् चित्रों के माध्यम से पाठ आधारित चर्चा का प्रयास करता है क्योंकि?
उ. यह परम्परागत पाठ को पढ़ने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
14. भाषा का संज्ञानात्मक पहलू किस पर केन्द्रित है?
उ. मानसिक प्रक्रिया और रणनीतियों पर।
15. बच्चों के लिये प्रिंट-समृद्ध वातावरण अनिवार्य है क्योंकि?
उ. यह समझ के साथ पढ़ने के लिये प्रेरित करता है।
16. प्रभावी अधिगम के अवसरों के लिये एक शिक्षक को अवश्य प्रदान करना चाहिए?
उ. बच्चों द्वारा खोजबीन करने की स्वतंत्रता।
17. साइलेंट पीरियड/ मूक अवधि क्या है?
उ. स्वयं से बातचीत करते हुये व्यतीत क्षण।
18. लिखने की प्रक्रिया पढ़ने के समानांतर होती है क्योंकि?
उ. दोनों अंतर्संबंधित हैं।
19. पढ़ने का अंतिम लक्ष्य क्या है?
उ. पाठ से अर्थ ग्रहण करना।
20. बच्चे की भाषा न केवल सीखने का माध्यम है बल्कि विचारों की अभिव्यक्ति, ......... और नवाचार भी है।
उ. रचनात्मकता।
21. एक शिक्षक को छात्रों को पाठ से जोड़ने के लिये चाहिए कि वो ......... ।
उ. उनके दैनिक जीवन से सम्बन्धित परिचित सन्दर्भों पर बात करें।
22. बच्चे भाषा की बारीकियों को समझते और खोजते हैं जब वे ......... ।
उ. LSRW (सुनना, बोलना, पढ़ना, लिखना) गतिविधियों में अधिकाधिक संलग्न हों।
23. निर्देशित पठन क्या है?
उ. जब शिक्षक द्वारा सर्वाधिक निर्देश दिये जाते हैं।
24. भाषा सीखने में अंतराल अवधि क्या है?
उ. अभिव्यक्ति की एक आत्म-निहित प्रणाली का विकास।
25. एक शिक्षक को अपने छात्रों को ध्वनि-विज्ञान का परिचय देना चाहिए?
उ. उस समय जब बच्चे भाषा के यांत्रिक पहलू को सीखने के लिये तैयार हों।
26. पढ़ने का अंतिम लक्ष्य है?
उ. पाठ को पढ़कर अर्थ ग्रहण करना।
27. कक्षा में प्रिन्ट समृद्ध वातावरण का पर्याय है?
उ. बाल साहित्य, चार्ट, बच्चों द्वारा किये गये कार्य, कहानियाँ।
28. भाषा दुनिया के बारे में बच्चों के/ की ......... को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
उ. समझ।
29. चित्र पठन में शामिल है?
उ. मौखिक कौशल और सोचने की क्षमता।
30. साक्षरता के आरंभिक वर्षों में बच्चे ......... ।
उ. अपने आसपास की दुनिया की खोजबीन करने के इच्छुक होते हैं।
31. एक कौशल के रूप में पढ़ने के कौशल के लिये आवश्यक है?
उ. ध्वन्यात्मक/ श्रवण आधारित जागरूकता, पूर्वज्ञान और अनुमान लगाना।
32. बच्चों के समग्र विकास के लिये एक शिक्षक को गतिविधियों को सामूहिक रूप से तैयार करने की आवश्यकता होती है?
उ. LSRW (सुनना, बोलना, पढ़ना, लिखना)।
33. भाषा सार्थक संदेश देती है यदि वह?
उ. सन्दर्भपूर्ण हो।
34. एक सक्रिय शिक्षार्थी कौन है?
उ. जो कक्षा की गतिविधियों में भाग ले।
35. पढ़ने के भाषाई पहलू इन कौशलों के विकास में विश्वास करते हैं?
उ. ग्राफो-फोनिक जागरूकता, शब्दार्थ, वाक्य रचना और व्यावहारिकता।
36. भाषा की कक्षा में ओपन एंडेड/ मुक्त निर्देश की अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका होती है क्योंकि?
उ. बच्चों को अपने ज्ञान और अनुभव का विस्तार करने का अवसर प्राप्त होता है।
37. मातृभाषा है?
उ. बच्चों द्वारा सीखी जाने वाली पहली भाषा।
38. सार्थक आधारभूत साक्षरता और संख्यात्मक कौशल प्राप्त करने वाले बच्चे रखते हैं?
उ. सभी कक्षाओं में सीखने का उपयुक्त स्तर।
39. कक्षा में रखी पठन सामग्री होनी चाहिये?
उ. इतनी ऊँचाई पर जहाँ बच्चे उन्हें छूकर आसानी से पढ़ सकें।
40. भाषा सीखने में सन्दर्भ का महत्व होता है क्योंकि इससे बच्चों को मदद मिलती है कहानियाँ गढ़ने में और ......... ।
उ. किसी शब्द विशेष के अर्थ को समझने में।
◾️सारांश-
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