निष्ठा (FLN) 3.0: कोर्स-2:- UP_दक्षता आधारित शिक्षा की ओर बढ़ना।
HEADING TOWARDS COMPETENCY BASED EDUCATION
परिचय: इस कोर्स में दक्षता आधारित शिक्षा की ओर बढ़ने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला गया है। इसमें बुनियादी साक्षरता और संख्याज्ञान के तीन विकासात्मक लक्ष्यों पर चर्चा की गई है। इसमें प्रतिभागियों के सीखने के प्रतिफलों के संहिताकरण से परिचित भी कराया गया है।
कोर्स का सिंहावलोकन: (i) शिक्षार्थियों के लिये निर्देश- प्रशिक्षण, आकलन एवम् प्रमाण-पत्र प्राप्ति सम्बन्धी निर्देश।
(ii) उद्देश्य: इस कोर्स को पूरा करने के पश्चात शिक्षार्थी निम्न उद्देश्यों को प्राप्त कर सकेंगे-
● 'दक्षता' और 'सीखने के प्रतिफल' पारिभाषिक शब्दों में अंतर करना।
● दक्षता आधारित शिक्षा की ओर बदलाव की आवश्यकता का वर्णन करना।
● भारत में दक्षता आधारित शिक्षा की ओर बदलाव के लिये की गई पहल की व्याख्या करना।
● एकीकृत और समग्र विकास के लिये FLN (बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान) रूपरेखा में प्रयुक्त तीन विकासात्मक लक्ष्यों का वर्णन करना।
● FLN रूपरेखा में सीखने के प्रतिफलों का संहिताकरण की समझ का प्रदर्शन करना।
(iii) कोर्स की रूपरेखा:
● FLN के लिये दक्षता आधारित शिक्षा की आवश्यकता।
● दक्षता आधारित शिक्षा की अवधारणा।
● FLN के लिये सीखने के प्रतिफल।
● दक्षता आधारित शिक्षा प्रणालियों में बदलाव।
● भारत में दक्षता आधारित शिक्षा की ओर।
● मूलभूत साक्षरता और संख्या ज्ञान (FLN) रूपरेखा लक्ष्य और सीखने के प्रतिफलों का संहिताकरण।
सम्पूर्ण गतिविधि एवम् प्रश्नोत्तरी संकलन:
गतिविधि-1: अपने विचार साझा करें-
विद्यालय में जब अलग-अलग पृष्ठभूमियों के बच्चे, सीखने की भिन्न-भिन्न आवश्यकताएँ लेकर प्रवेश करते हैं, तो अधिकांशतः सभी विद्यार्थियों से कक्षा की विषय सामग्री के मानकों को पूरा करने और सीमित शिक्षा प्रणाली में परीक्षण देने के लिये तैयार किया जाता है। ज्यादातर समय केवल पाठ्यक्रम को पूरा करने पर् ध्यान दिया जाता है, इस बात पर चिंतन नहीं किया जाता कि बच्चे गहन समझ और अनुप्रयोग के स्तर तक पहुँचने में सक्षम हैं या नहीं?? जबकि ऐसे बच्चों को निदानात्मक परीक्षण द्वारा चिन्हित कर उपचारात्मक शिक्षण से लाभान्वित किया जाना हमारा नैतिक दायित्व है ताकि समस्याग्रस्त बच्चे भी शिक्षा की मुख्यधारा में सम्मिलित हो सकें क्योंकि जब बच्चों के सीखने के स्तर को ध्यान में रखे बिना सभी बच्चों को एक जैसी शिक्षा दी जाती है और एक ही समय पर परीक्षण भी किया जाता है, उन्हें तुरंत ही विजेता और हारने वाले कि श्रेणी में विभाजित कर दिया जाता है तो तीसरी कक्षा के अंत तक बच्चे सीखने के ऐसे निष्प्रभावी तरीकों के अभ्यस्त हो जाते हैं और यह हानिकारक क्रम जीवनपर्यंत चलता रहता है जो अंततोगत्वा बच्चों को असफल और हतोत्साहित नागरिकों के झुण्ड में रूपांतरित कर देता है जो अखिल राष्ट्र के विकास में बाधक है।।
🇮🇳जय हिन्द, जय भारत🇮🇳
गतिविधि-3: कथन पढ़ें और 'सही' या 'गलत' के रूप में चिन्हित करें-
(i) सीखने के प्रतिफलों का आकलन विद्यार्थी और शिक्षकों के लिये मार्गदर्शक साधन का कार्य करता है।
(उ) सही।
(ii) सीखने के प्रतिफल पाठ्यपुस्तकों के पाठों को प्रतिचित्रित करते हैं।
(उ) गलत।
(iii) सीखने के प्रतिफलों के 'कौशलों' के रूप में सन्दर्भित किया जाता है।
(उ) गलत।
(iv) सीखने के प्रतिफल आधारित योग्यताएँ उन्नत और सक्रिय सीखने की प्रक्रियाएँ, बेहतर गुणवत्तापूर्ण शिक्षण और अधिक उपयुक्त योग्यताएँ प्रदान करती हैं।
(उ) सही।
(v) सीखने के प्रतिफलों का आकलन करने के लिये रचनात्मक आकलन का प्रयोग होता है।
(उ) सही।
(vi) दक्षताएँ एक औपचारिक सेटिंग में प्रणालीगत शिक्षण द्वारा प्राप्त की जा सकती हैं।
(उ) गलत।
(vii) दक्षता एक निर्धारित सन्दर्भ में सीखने के प्रतिफलों को पर्याप्त रूप से लागू करने की योग्यता की ओर संकेत करती है।
(उ) सही।
(viii) सीखने के प्रतिफल अवलोकन और मापने योग्य होने चाहिये।
(उ) सही।
(ix) सूचना, ज्ञान, समझ, प्रवृत्तियों, मूल्यों, कौशलों और व्यवहार की समग्रता दक्षता है।
(उ) गलत।
(x) दक्षता और सीखने के प्रतिफल समानार्थी शब्द हैं और एक-दूसरे के स्थान पर प्रयुक्त हो सकते हैं।
(उ) गलत।
गतिविधि-5: अपनी समझ की जाँच करें-
(i) भारत में दक्षता आधारित शिक्षा को समर्थ बनाने हेतु कौन सी तीन परिस्थितियाँ हैं:
(a) जब RTE ACT-2009 में एक स्वाभाविक शिक्षार्थी के रूप में बच्चों द्वारा ज्ञान का सृजन करने की क्षमता को स्वीकार किया गया और सीखने की प्रक्रिया में शिक्षक की भूमिका के परिकल्पना एक सुगमकर्ता के रूप में की गई।
(b) सर्व शिक्षा अभियान प्रारम्भ करना।
(c) RTE ACT-2009 के नियम 23(2) के संशोधन में यह अनिवार्य कर दिया गया कि "सभी राज्यों के लिये सीखने के प्रतिफल तैयार करने की आवश्यकता है।"
(d) 'सीखने के न्यूनतम स्तर' विकसित किये गये।
(e) NCERT ने कक्षा 1-8 की सभी कक्षाओं और विषयों के लिये सीखने के प्रतिफल विकसित किये।
उपर्युक्त कथन में से कौन-सा कथन सही है?
(उ) विकल्प (a), (c) और (e)।
गतिविधि-6: अपने विचार साझा करें-
व्यक्तिगत स्वच्छता सम्बन्धी आदतों को प्रोत्साहित करने हेतु बच्चों को कीटाणुओं और रोगों से सुरक्षित रखने हेतु हस्त प्रक्षालन के उचित तरीके सिखाना अत्यावश्यक है। उन्हें शौचालय के उचित प्रयोग की आदतें, अपने शरीर का ध्यान रखना, नहाना, बालों में कंघी करना, नाखून काटना आदि भी सिखाया जाना चाहिये। उन्हें मुख और दन्त स्वच्छता सिखाना भी ज़रूरी है। व्यक्तिगत स्वच्छता के साथ-साथ परिवेशीय साफ-सफाई भी अत्यंत महत्वपूर्ण है अतः बच्चों को अपनी कक्षाओं, घरों और आस-पड़ोस को साफ रखने के बारे में समझाना परमावश्यक है।।
🇮🇳जय हिन्द, जय भारत🇮🇳
आकलन प्रश्नोत्तरी (41 प्रश्नों का संग्रह)-
1. दक्षता मॉडल में शिक्षण की विद्यार्थी के ......... से मिलान करने के लिये योजना बनाई जाती है।
उ० विकासात्मक तैयारी।
2. गैर प्रति क्रियात्मक शिक्षण ......... पर ध्यान केंद्रित करता है ।
उ० बच्चों के सीखने को सुनिश्चित किये बिना पाठ्यक्रम पूरा करने।
3. शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 के नियम 23(2) का संशोधन चिन्हित करता है कि .........।
उ० सभी राज्यों को कक्षावार, विषयवार सीखने के प्रतिफल तैयार करने चाहिये।
4. बच्चों का अच्छा स्वास्थ्य और खुशहाली बनाना इस बात पर ध्यान केंद्रित नहीं करता ......... ।
उ० भाषा और साक्षरता।
5. FLN फ्रेमवर्क में सीखने के प्रतिफल व्यवस्थित हैं?
उ० सर्पिलाकार।
6. भोजन में पोषक तत्व विटामिन-A, आयोडीन, आयरन और जिंक प्रदान करते हैं?
उ० सूक्ष्म पोषक तत्व।
7. भोजन में प्रोटीन, फैट और कार्बोहाइड्रेट प्रदान करते हैं?
उ० स्थूल पोषक तत्व।
8. विशिष्ट कथन जिसमें ठीक-ठाक वर्णन किये गये हैं कि एक छात्र मापने योग्य तरीके से क्या करने योग्य होगा, कहलाते हैं?
उ० सीखने के प्रतिफल।
9. जिस शिक्षण में बच्चों की सीखने की आवश्यकताओं को पूरा नहीं किया जाता और केवल पाठ्यक्रम को पूरा करने पर ध्यान केंद्रित किया जाता है, उसे कहा जाता है?
उ० गैर प्रतिक्रियात्मक शिक्षण।
10. बुनियादी साक्षरता और संख्याज्ञान की रूपरेखा को विभाजित किया गया है?
उ० तीन विकासात्मक लक्ष्यों में।
11. एक स्वाभाविक शिक्षार्थी के रूप में बच्चे की ज्ञान सृजित करने की क्षमता को स्वीकार करना है?
उ० रचनावादी पद्धति।
12. बच्चे बिना समझे सामान्य डिकोडिंग द्वारा यांत्रिक ढंग से पढ़ना सीखते हैं यदि उनका ......... सुनिश्चित न हो।
उ० मौखिक भाषा आधार।
13. NCERT ने 'प्राथमिक स्तर में सीखने के प्रतिफल' प्रत्येक कक्षा और विषय के लिये वर्ष ......... में विकसित किये।
उ० 2017।
14. विकासात्मक लक्ष्य 3 कक्षा 3 में निम्नलिखित विषयों की ओर प्रगति करता है-
उ० गणित और पर्यावरण अध्ययन।
15. बच्चों को निः शुल्क और अनिवार्य शिक्षा का अधिकार (RTE ACT) अधिनियम का उद्देश्य ......... आयु के बच्चों को नि: शुल्क और अनिवार्य शिक्षा देना है।
उ० 6-14 वर्ष।
16. सीखने के प्रतिफल एक विशेष कक्षा और विषय के लिये प्रतिचित्रित करते हैं?
उ० पाठ्यचर्या को।
17. बच्चों को नि: शुल्क और अनिवार्य शिक्षा का अधिनियम (RTE ACT) किस वर्ष पास हुआ था?
उ० 2009।
18. प्रारम्भिक बाल्यावस्था सामाजिक और भावात्मक कौशल जिन्हें ......... भी कहा जाता है, सीखने के लिये विकास की महत्वपूर्ण अवधि है।
उ० मानसिक स्वास्थ्य।
19. एक दिनचर्या में, बच्चे के समग्र विकास के लिये तीन विकासात्मक लक्ष्यों को सम्बोधित किया जाना चाहिये?
उ० एक एकीकृत तरीके से।
20. "लक्ष्यों" को ......... द्वारा FLN मिशन की प्रगति के निगरानी करने के रूप में परिभाषित किया गया है।
उ० राज्य पदाधिकारियों।
21. रचनावादी पद्धति में शिक्षक को ......... के रूप में देखा जाता है।
उ० सुगमकर्ता।
22. दक्षता आधारित शिक्षा प्रणाली में, आकलन का प्रयोग होता है?
उ० विद्यार्थी और शिक्षकों के लिये मार्गदर्शन साधन के रूप में।
23. दक्षता आधारित शिक्षा इस विचार पर आधारित है कि शिक्षार्थियों को अवधारणाओं और सिद्धांतों की गहरी समझ विकसित करने योग्य हो जाना चाहिये ताकि ......... ?
उ० वे ज्ञान को वास्तविक जीवन की स्थितियों में हस्तांतरित/ प्रयोग कर सकें।
24. गतिविधियाँ जैसे काटना, फाड़ना, चिपकाना, मोती पिरोना, पेहलियाँ जोड़ना, गीली मिट्टी/ कले, बालू, पानी आदि से खेलने से होता है?
उ० सूक्ष्म माँसपेशियों का विकास।
25. गतिविधियाँ जिनमें भागना, दौड़ना, कूदना, सन्तुलन बनाना, साइकिल चलाना शामिल हैं, ......... के लिये प्रदान की जानी चाहिये।
उ० बड़ी स्थूल माँसपेशियों के विकास।
26. प्रत्येक दक्षता को एक नम्बर/ कोड ......... के लिये दिया गया है।
उ० सरल पहचान करना और सन्दर्भ।
27. दक्षता आधारित शिक्षा में आदर्श आकलन किया जाता है?
उ० पूरा वर्ष।
28. कौन-सा दक्षता आधारित शिक्षा का प्रतिफल नहीं है?
उ० छात्र वार्षिक परीक्षा में उच्च अंक प्राप्त करते हैं।
29. जिस शिक्षण में बच्चों की सीखने की आवश्यकताओं को पूरा नहीं किया जाता और केवल पाठ्यक्रम को पूरा करने पर ध्यान केंद्रित किया जाता है, उसे कहा जाता है?
उ० गैर प्रतिक्रियात्मक शिक्षण।
30. बच्चों के सीखने की प्रगति का आकलन करने के लिये शिक्षकों और हितधारकों के मार्गनिर्देशक बिंदु हैं?
उ० सीखने के प्रतिफल।
31. सन्दर्भ के उपयुक्त ज्ञान, कौशलों और प्रवृत्तियों के मेल को इस रूप में परिभाषित करते हैं?
उ० दक्षता।
32. FLN का तीसरा वर्ष इस नाम से जाना जाता है?
उ० बालवाटिका।
33. प्रतिफल आधारित पद्धति प्रदान नहीं करती?
उ० उत्तीर्ण या अनुत्तीर्ण के रूप में आकलन।
34. सीखने के प्रतिफलों को होना चाहिये?
उ० अवलोकन करने और मापने योग्य।
35. कौन-सा लक्ष्य FLN का नहीं है?
उ० बच्चे खेलों में भाग लेते हैं।
36. ......... के अंत तक बच्चे सीखने के ऐसे तरीकों के आदी हो जाते हैं जो जीवनपर्यंत चलता रहता है?
उ० कक्षा 3।
37. भावनाओं की अभिव्यक्ति और प्रबंधन तथा सकारात्मक और उपयोगी सम्बन्ध स्थापित करने की योग्यता और परिवेश को खोजने और संलग्न होने की योग्यता का हिस्सा है?
उ० सामाजिक-भावात्मक विकास।
38. पोषण देखभाल का घटक नहीं है?
उ० स्वायत्तता।
39. संज्ञानात्मक तत्वों, आधारभूत पहलुओं और अंतर्वैयक्तिक गुणों के कुल योग को कहते हैं?
उ० दक्षता।
40. एक स्वाभाविक शिक्षार्थी के रूप में बच्चे की ज्ञान सृजित करने की क्षमता को स्वीकार करना है?
उ० रचनावादी पद्धति।
41. FLN फ्रेमवर्क में दक्षताएँ और सीखने के प्रतिफल प्राप्त किये गये हैं?
उ० विकासात्मक लक्ष्यों से।
सारांश:
#NISHTHA_3.0_FLN_COURSE_2_ENTIRE_QUESTIONNAIRE
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