UP_ध्यानाकर्षण_कक्षा प्रबंधन एवं बैठक व्यवस्था
कक्षा प्रबंधन बच्चों की अधिगम प्रक्रिया में भागीदारी को बहुत सीमा तक प्रभावित करता है। इसलिए आवश्यक है कि शिक्षक अपनी कक्षा इस प्रकार से नियोजित करें जिससे सभी बच्चों को प्रतिभाग करने व सीखने के पर्याप्त अवसर मिलें। प्रायः शिक्षक बच्चों को एक ही प्रकार की पंक्तियों में बैठाकर पूरे वर्ष शिक्षण करते रहते हैं जो अरुचिकर ही नहीं अनुचित भी होता है। शिक्षक को उसे गंभीरतापूर्वक लेना होगा उन्हें समय-समय पर कक्षा में बैठक व्यवस्था को परिवर्तित करते रहना चाहिए।
आकलन प्रश्नोत्तरी-
१. ध्यानाकर्षण मॉड्यूल की कौन सी ऐसी शिक्षण तकनीक है जो कक्षा में कम सुनने वाले, कमजोर नजर वाले या बोलने में असुविधा वाले बच्चो को सीखने के पर्याप्त अवसर पर बल देती है?
(क)संसाधनों से पूर्ण कक्षा कक्ष का वातावरण।
(ख) रोचक प्रस्तावना।
(ग) रोल प्ले।
(घ) कक्षा प्रबंधन व बैठक व्यवस्था।√
२. अर्द्धचंद्राकार व्यवस्था उस समय उपयुक्त होती है जब-
(क) कक्षा कक्ष बहुत छोटा हो।
(ख) बच्चों की संख्या कक्षा में पाँच से कम हो।
(ग) बच्चों के बैठने हेतु पर्याप्त जगह हो।√
(घ) एक कक्षा में दो शिक्षक मौजूद हों।
३. कक्षा प्रबंधन बच्चों की अधिगम प्रक्रिया में भागीदारी को बहुत सीमा तक-
(क) अप्रभावित करता है।
(ख) प्रभावित करता है।√
(ग) भागीदारी को घटाता है।
(घ) आंशिक रूप से प्रभावित करता है।
४. कक्षा में बैठक व्यवस्था होनी चाहिए-
(क) गतिविधि व बच्चों तक पहुँच के अनुरूप।√
(ख) शिक्षक के अनुरूप।
(ग) पाठ्यक्रम के अनुरूप।
(घ) श्यामपट्ट के अनुरूप।
५. क्या कभी-कभी छोटे छोटे समूह में बैठाकर शिक्षण कार्य करना "कक्षा प्रबंधन व बैठक व्यवस्था" शिक्षण तकनीक के अंतर्गत आता है?
(क) हाँ।√
(ख) नहीं।
(ग) इसे मात्र बैठक व्यवस्था कहा जाएगा।
(घ) इसे मात्र कक्षा प्रबंधन व्यवस्था कहा जाएगा।
६. कक्षा प्रबंधन व बैठक व्यवस्था पर दिए गए कथनों को ध्यान से पढ़िये और सही विकल्पों के चयन कीजिये |
कथन-1: शिक्षक को समय समय पर कक्षा में बैठक व्यवस्था को परिवर्तित करते रहना चाहिए।
कथन-2: समय-समय पर बच्चों को अर्द्ध चंद्राकार आकृति में बैठाना चाहिए।
कथन-3: पढ़ने-लिखने में तेज बच्चों को एक साथ बैठाना चाहिए।
विकल्प-
(क) कथन 1 व 2 सही हैं।√
(ख) कथन 2 व 3 सही हैं।
(ग) कथन 1, 2 व 3 तीनों सही हैं।
(घ) उपर्युक्त में से कोई नहीं।
७. कक्षा शिक्षण के दौरान एक अच्छी बैठक व्यवस्था का परिणाम होता है-
(क) सभी बच्चों / समूह तक शिक्षण सामग्री आसानी से पहुँच जाती है।
(ख) छात्रों के बीच अंतःक्रिया बढ़ती है।
(ग) बच्चे समूह में कार्य करना सीखते हैं।
(घ) उपरोक्त सभी।√
८. निम्नलिखित में से कौन सा तरीका एक शिक्षक द्वारा अपनाया जाना अरुचिकर ही नहीं अनुचित भी है ?
(क) बच्चों को एक ही प्रकार की पंक्ति में बैठाकर पूरे वर्ष शिक्षण करते रहना।√
(ख) बच्चों को कभी-कभी छोटे छोटे समूह में बैठाकर शिक्षण कार्य करना।
(ग) विभिन्न क्षमताओं वाले बच्चो की जोड़ी बनाकर शिक्षण करना।
(घ) उपरोक्त सभी।
९. कम सुनने वाले, कमजोर नजर वाले, बोलने में असुविधा वाले बच्चों को कक्षा में कहाँ बैठाना चाहिए?
(क) सबसे पीछे की पंक्ति में।
(ख) एक सीधी पंक्ति में।
(ग) जहाँ वो बैठना चाहते हैं वहीं पर।
(घ) प्रथम पंक्ति अथवा श्यामपट्ट के निकट।√
१०. एक शिक्षक को अपनी कक्षा का नियोजन इस प्रकार करनी चाहिए कि-
(क) सभी बच्चे प्रतिभाग कर सकें।
(ख) सभी बच्चों को सीखने का अवसर मिल सके।
(ग) शिक्षक कक्षा के सभी बच्चों पर ध्यान रख पाएं।
(घ) उपर्युक्त सभी।√
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