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Friday, November 5, 2021

NISHTHA 3.0 (FLN)- COURSE 1: ENTIRE QUESTIONNAIRE

COURSE-1: UP_बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान मिशन (निष्ठा FLN)

FUNDAMENTAL LITERACY AND NUMERACY MISSION

परिचय: बच्चों की शिक्षा के प्रारंभिक वर्षों में भाषा और गणित कौशल का निर्माण करने और दिशा-निर्देश प्रदान करने के लिये भारत सरकार ने बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान मिशन (FLN) आरम्भ किया है। यह कोर्स मिशन के उद्देश्यों और लक्ष्यों से सम्बन्धित है और इस सम्बन्ध में विभिन्न हितधारकों की भूमिका पर प्रकाश डालता है।

उद्देश्य: इस कोर्स को करने के पश्चात शिक्षार्थी सक्षम होंगे-

● शिक्षा के आधार के रूप में प्रारम्भिक बाल्य देखभाल और शिक्षा (ECCE) की आवश्यकता और महत्व का वर्णन करना।
● बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान मिशन के लक्ष्य को समझना।
● FLN मिशन की आवश्यकता को पहचानना।
● FLN के लक्ष्य और उद्देश्यों को जानना।
● विभिन्न हितधारकों की भूमिका और जवाबदेही को समझना।

संक्षिप्त परिचय: 

● बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान मिशन का परिचय।
● बाल्यावस्था देखभाल और शिक्षा अधिगम शिक्षा के आधार के रूप में।
● FLN मिशन की दूरदर्शिता।
● FLN मिशन की आवश्यकता।
● FLN मिशन के उद्देश्य।
● विभिन्न हितधारकों की भूमिकाएँ व जवाबदारियाँ।

कोर्स की रूपरेखा:


सम्पूर्ण गतिविधि एवम् प्रश्नोत्तरी संकलन-

गतिविधि-1: अपनी समझ साझा करें-

'पत्थर की भी तक़दीर बदल सकती है, 
शर्त यह है कि सलीके से सँवारा जाए।'

हमें यहॉं पत्थर नहीं अपितु राष्ट्र के भविष्य उन नौनिहालों के बचपन को सदिश आकार देना है जो देश के कर्णाधार बनेंगे।
बच्चे बाल्यकाल से ही खोजी, प्रायोगिक एवम् जिज्ञासु प्रवृत्ति के कारण खेल-खेल में ही बहुत कुछ सीख सकते हैं जिसे साकार करने में ECCE निर्विवाद रूप से अत्यावश्यक घटक है जिसके माध्यम से बच्चे स्वतंत्र रूप से नित नव प्रयोगों द्वारा सहज व सुगम रूप से सीखते हुये स्वयं को विद्यालयी परिवेश से अनुकूलित करते हुए अधिगम जगत की मुख्यधारा में समायोजित कर सकें।
भावी जीवन की सुदृढ़ इमारत के निर्माण हेतु ECCE रूपी ठोस आधारशिला अपरिहार्य है। आशा ही नहीं अपितु पूर्ण विश्वास है कि NEP-2020 प्रेरणास्पद व नवाचारी विधियों से इस भगीरथी लक्ष्य को सफल बनाने में ऐतिहासिक सिद्ध होगी।।
🇮🇳जय हिन्द, वन्दे मातरम्🇮🇳

गतिविधि-2: अपनी समझ की जाँच करें-

सही या गलत बताएँ-

(i) प्री-स्कूल में जाने वाले बच्चों का आयु वर्ग 3-6 वर्ष है।
(उ) सही।

(ii) प्री-स्कूलिंग शिक्षा से आधारभूत साक्षरता और संख्या ज्ञान का विकास होता है।
(उ) सही।

(iii) प्री-स्कूल में बच्चे खेल आधारित और विकासात्मक रूप से उपयुक्त गतिविधियों और सामग्री से नहीं सीखते हैं।
(उ) गलत।

(iv) मौखिक भाषा का विकास, ध्वनिजन्य जागरूकता, प्रिन्ट जागरूकता आदि प्री-स्कूल स्तर पर शारीरिक विकास के घटक हैं।
(उ) गलत।

(v) प्री-स्कूल शिक्षा के सभी पहलू जैसे शारीरिक विकास, संज्ञानात्मक विकास, भाषा विकास, सामाजिक-भावनात्मक विकास परस्पर सम्बन्धित और परस्पर निर्भर हैं।
(उ) सही।

गतिविधि-3: अपने विचार साझा करें-

जैसा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 में रेखांकित किया गया है कि वर्तमान में प्रारंभिक स्तर पर पाँच करोड़ से अधिक छात्रों का एक विशाल वर्ग बुनियादी साक्षरता और संख्याज्ञान से वंचित है। ऐसी विकट स्थिति को अविलंब उपचारित किया जाना चाहिए ताकि बुनियादी शिक्षा तक पहुँच सुगम एवम् सार्वभौमिक हो सके। समस्त छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्ति के सहज, समान व सुलभ अवसर उपलब्ध हो सकें। सभी नौनिहालों हेतु आधारभूत साक्षरता और संख्याज्ञान प्राप्ति एक अनिवार्य राष्ट्रीय मिशन बनना चाहिये।
पर्याप्त अनुसंधान एवम् प्रमाण भी इंगित करते हैं कि बुनियादी स्तर पर अधिगम गति तीव्रतम से सर्वोत्तम की ओर गतिमान होती है। इस स्तर पर प्राप्त प्रत्येक सकारात्मक अनुभव आजीवन सीखने और समग्र विकास में सहायक सिद्ध होता है। NEP-2020 गुणवत्तापरक प्रारम्भिक बाल्यावस्था और शिक्षा (ECCE) के महत्व की अनुशंसा करती है और दृढ़तापूर्वक इस पर बल देती है। 
बुनियादी साक्षरता और संख्याज्ञान मिशन के उद्देश्यों की प्राप्ति में ECCE की प्रमुख भूमिका है। NEP-2020 ने प्री-स्कूल की शिक्षा पर ध्यान केंद्रित किया है और इसे शिक्षा प्रणाली का अभिन्न अंग माना है। चूँकि बाल्यकाल बौद्धिक क्षमता, शारीरिक विकास, मानसिक परिपक्वता और मूल्यों के विकास की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है अतएव प्रत्येक हितधारक को समुचित सम्मान सहित अवसरों की समानता सुनिश्चित करते हुये पूर्वाग्रह से मुक्त पुस्तकों, चित्रों, पोस्टरों, खेल सामग्रियों और अन्य गतिविधियों का चयन करते हुये बच्चों की ध्वनि सम्बन्धी जागरूकता, ध्वनि भेद, दृश्य धारणा व दृश्य जुड़ाव सरीखी दक्षताओं को विकसित करने पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है ताकि बच्चे भविष्य में बेहतर पाठक और लेखक के रूप में परिणित हो सकें। बच्चों के समग्र विकास और सीखने पर बल देते हुये बच्चों को अधिगम कला में सशक्त बनाना होगा जिसमें NEP-2020 और ECCE आशा की एक नई किरण बनकर उभरी हैं।।

🇮🇳जय हिन्द, जय भारत🇮🇳

गतिविधि-4: प्रश्नोत्तरी- सहमत या असहमत

(i) समग्र रूप से सीखना, एकीकृत, समावेशी, आनन्ददायक और आकर्षक नहीं होना चाहिए।
(उ) असहमत।

(ii) एक बार जब छात्र बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान में पिछड़ जाते हैं, तो वे वर्षों तक सीखने की अवस्था में ही बने रहते हैं, जो लगातार सीखने-समझने में असमर्थ होते हैं।
(उ) सहमत।

(iii) बुनियादी साक्षरता एवम् संख्याज्ञान मिशन का लक्ष्य 2025 तक प्राथमिक कक्षाओं में बुनियादी साक्षरता और संख्याज्ञान के व्यापक रूप से लागू करने के लिये सभी पहलुओं को सक्षम वातावरण से जोड़ना है ताकि प्रत्येक बच्चा पढ़ने, लिखने और संख्याज्ञान में वांछित सीखने की क्षमता प्राप्त कर सके।
(उ) सहमत।

(iv) छात्रों, स्कूलों, शिक्षकों, अभिभावकों और समाज के साथ मिलकर इस महत्वपूर्ण लक्ष्य और मिशन को पूरा करने के लिये हर सम्भव तरीके से अनिवार्य रूप से सहयोग और प्रोत्साहन दिया जाना चाहिये, जो वास्तविक रूप में भविष्य में सभी प्रकार के शिक्षण का आधार बनता है।
(उ) सहमत।

(v) सभी बच्चों के लिये बुनियादी साक्षरता और संख्याज्ञान प्राप्त करना तत्काल राष्ट्रीय मिशन नहीं बनना चाहिये।
(उ) असहमत। 

आकलन प्रश्नोत्तरी-

(i) हमारे देश में ECCE ......... संस्थाओं के माध्यम से चलाई जाती है जिसमें शामिल हैं-
(a) एकल आँगनबाड़ी।
(b) प्राथमिक स्कूलों के साथ सम्बद्ध आँगनबाड़ी।
(c) कम से कम 5 से 6 वर्ष की आयु वाले पूर्व-प्राथमिक विद्यालयों के साथ सह-स्थित।
(d) एकल प्री-स्कूल जैसा कि NEP-2020 में कहा गया है।
(उ) प्रारम्भिक बाल्यावस्था शिक्षण।

(ii) NEP-2020 के अनुसार, MDM कार्यक्रम प्रारम्भिक कक्षा में पढ़ने वाले बच्चों को भी विस्तारित किया जायेगा। यहाँ प्रारम्भिक कक्षा का अर्थ है .........
(उ) कक्षा 1 से पहले की कक्षायें।

(iii) भावी स्कूली शिक्षा और आजीवन सीखने के लिये ......... और संख्याओं की बुनियादी समझ, जीवन के लिये आवश्यक आधार है। (NEP-2020)
(उ) पढ़ और लिख पाना।

(iv) बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान का तात्पर्य स्कूली शिक्षा के बुनियादी स्तर में पर्याप्त ......... का निर्माण करना है।
(उ) साक्षरता और संख्या ज्ञान।

(v) सभी हितधारकों को जैसे शिक्षकों, अभिभावकों, छात्रों और समुदाय को ......... के लिये मजबूत नींव तैयार करने में शामिल करें।
(उ) जीवनपर्यंत चलने वाले अधिगम।

(vi) ECCE का पूरा नाम है?
(उ) Early childhood care and education (बाल्यावस्था देखभाल और शिक्षा)।

(vii) प्री-स्कूल की शिक्षा सुनिश्चित करती है ......... प्री-स्कूल से आरम्भिक प्राथमिक कक्षा तक जिससे कि अधिगम में बेहतर प्रदर्शन हो और स्कूल में पढ़ाई जारी रखने की दर बेहतर बनी रहे।
(उ) निर्बाध ट्रांजिशन।

(viii) किसी भी बच्चे के जीवनकाल में प्रारम्भिक वर्ष 'महत्वपूर्ण' होते हैं क्योंकि इस समय ......... किसी अन्य चरण की तुलना में अधिक तीव्र होती है।
(उ) विकास की दर।

(ix) आँगनबाड़ी कार्यकर्ताओं/ शिक्षकों का ECCE प्रशिक्षण स्कूल शिक्षा विभाग के क्लस्टर संसाधनों केन्द्रों द्वारा ......... होगा।
(उ) मेंटर।

(x) प्रारम्भिक बाल्यावस्था शिक्षा को किसके सन्दर्भ में एक विशिष्ट लक्ष्य के रूप में शामिल किया गया है?
(उ) सतत विकास लक्ष्य या SDG।

(xi) NEP ने FLN हासिल करने के लिये ......... की समय सीमा निर्धारित की है?
(उ) 2025।

(xii) स्कूली शिक्षा के बुनियादी स्तर में भाषा और गणित कौशल का निर्माण करना किसका उद्देश्य है?
(उ) बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान मिशन।

(xiii) NEP-2020 में यह परिकल्पना की गई है कि 5 वर्ष की आयु से पहले प्रत्येक बच्चा एक 'प्रारम्भिक कक्षा' या 'बालवाटिका' में जायेगा, जिसमें एक ECCE को पढ़ाने योग्य (Qualified) शिक्षक होगा। बालवाटिका .........
(उ) कक्षा 1 से पहले की कक्षा।

(xiv) NCERT, राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों को FLN मिशन के उद्देश्यों की पूर्ति के लिये ......... प्रदान करेगा।
(उ) पाठ्यपुस्तक।

(xv) राष्ट्रीय ......... का मूल उद्देश्य है कि सभी बच्चे पढ़ने और समझ के साथ प्रतिक्रिया करने में सक्षम हों। बच्चे समझ के साथ स्वतंत्र रूप से लिख पायें। संख्या, माप और आकार के क्षेत्र में तर्क को समझ पायें और ......... संख्यात्मकता स्थानिक समझ कौशल के माध्यम से समस्या-समाधान करने में स्वतंत्र बनें।
(उ) बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान मिशन।

(xvi) बुनियादी शिक्षा का मुख्य केन्द्र ......... है।
(उ) बच्चे का सर्वांगीण विकास।

(xvii) राष्ट्रीय बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान (FLN) मिशन यह सुनिश्चित करने के दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है कि हमारे बच्चे ......... तक अर्थ के साथ पठन कौशल और बुनियादी संख्यात्मक कौशल प्राप्त करें।
(उ) कक्षा III।

(xviii) राज्यों और केन्द्र-शासित प्रदेशों की भूमिका है ......... ।
(उ) लक्ष्य की प्राप्ति के लिये योजना बनाना और उसको क्रियान्वित करना।

(xix) बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान के लिये सन्दर्भ व्यक्तियों का क्षमतावर्धन और सन्दर्भ सामग्री विकसित करना सरकार के साथ-साथ ......... की भी जिम्मेदारी है।
(उ) स्कूल।

(xx) NEP-2020 द्वारा प्रस्तावित नई 5+3+3+4 संरचना में, 3 वर्ष की आयु से ......... को एक मजबूत आधारशिला के रूप में शामिल किया गया है, जिसका उद्देश्य बेहतर समग्र शिक्षा, विकास और कल्याण को बढ़ावा देना है।
(उ) ECCD।

(xxi) प्रारम्भिक बाल्यवस्था देखभाल और शिक्षा पाठ्यक्रम की योजना और कार्यान्वयन का कार्य, शिक्षा मंत्रालय, महिला और बाल विकास मंत्रालय (WCD), स्वास्थ्य और परिवार कल्याण (HFW) और जनजातीय मामलों के मंत्रालयों द्वारा ......... किया जायेगा।
(उ) संयुक्त रूप से।

(xxii) स्कूली शिक्षा विभाग कक्षा 1 से 5 के लिये छात्र जुड़ाव, प्रतिधारण और शैक्षणिक उपलब्धि के लिये सीखने के परिणाम गुणवत्ता माप ......... विकसित करेगा।
(उ) ऐप।

(xxiii) KVS स्कूलों को मिशन मोड में कक्षा 5 तक सभी छात्रों द्वारा बुनियादी साक्षरता और संख्यात्मकता प्राप्त करने के लिये ......... के रूप में विकसित किया जायेगा।
(उ) मॉडल स्कूल।

(xxiv) FLN मिशन ......... में दक्षता हासिल करने के लिये एक राष्ट्रीय पहल है।
(उ) समझ के साथ भाषा और गणित पढ़ना।

(xxv) FLN के दिशा निर्देश किसने दिये हैं?
(उ) भारत के शिक्षा मंत्रालय ने।

(xxvi) बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान मिशन का दृष्टिकोण है कि सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुये एक सक्षम वातावरण सुनिश्चित हो जो ......... प्राथमिक कक्षाओं में 2025 तक सुनिश्चित करें, ताकि प्रत्येक बच्चा कक्षा III के अंत तक और ग्रेड V के पहले पढ़ने, लिखने और अंकगणित में वांछित सीखने की क्षमता को प्राप्त कर सकें।
(उ) बुनियादी साक्षरता और गणित का सार्वभौमिक अधिग्रहण।

(xxvii) SDG के लक्ष्य 4.2 का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि सभी लड़कियों और लड़कों को जिसमें वंचित समूह और विकलांग बच्चे भी शामिल हैं, 2030 तक गुणवत्तापूर्ण ......... देखभाल और पूर्व प्राथमिक शिक्षा प्राप्त हो ताकि वे प्राथमिक शिक्षा के लिये तैयार हो सकें।
(उ) प्रारम्भिक बाल्यावस्था विकास।

(xxviii) ECCE की अवधि है ......... ।
(उ) जन्म से 8 वर्ष तक।

(xxix) FLN मिशन एक ......... है।
(उ) राष्ट्रीय पहल। 

(xxx) सरकार में, ECCE मुख्य रूप से स्वीकृत बाल विकास सेवाओं या ICDS केन्द्रों के माध्यम से प्रदान किया जाता है जिन्हें ......... के रूप में जाना जाता है।
(उ) आँगनबाड़ी।

(xxxi) CBSE प्राथमिक स्तर पर ......... के एक पूल की पहचान करेगा जो सरकारी प्राथमिक शिक्षकों का मार्गदर्शन कर सकता है और प्राथमिक स्तर पर शिक्षकों का समर्थन करने के लिये ई-सामग्री भी विकसित कर सकता है जिसमें पाठ योजनाएँ, नवीन शिक्षाशास्त्र का उपयोग आदि शामिल है।
(उ) उत्कृष्ट शिक्षक।

(xxxii) राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में इस बात पर प्रकाश डाला गया है कि वर्तमान में प्राथमिक स्तर पर अनुमानित रूप से 5 करोड़ से अधिक छात्र बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान का कौशल हासिल नहीं कर पाये हैं।
(उ) सहमत तथा FLN को मजबूत करने के लिये कदम उठाये जाने चाहिये।

(xxxiii) FLN लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिये निम्नलिखित में से कौन सी स्वयंसेवकों की भूमिका नहीं है?
(उ) FLN मिशन की पॉलिसी तैयार करना।

(xxxiv) राष्ट्रीय बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान मिशन का गठन ......... के द्वारा होगा।
(उ) शिक्षा मंत्रालय।

(xxxv) NCERT देश की एक अग्रणी शैक्षणिक संस्था है और यह संस्था शिक्षक-प्रशिक्षकों के लिये सामग्री विकसित करने और प्रशिक्षण आयोजित करने के साथ-साथ ......... के लक्ष्यों को प्राप्त करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
(उ) बुनियादी साक्षरता और संख्यात्मकता।

(xxxvi) सभी बच्चों के लिये बुनियादी साक्षरता और संख्यात्मक कौशल प्राप्त करना त्वरित राष्ट्रीय ......... होना चाहिये।
(उ) मिशन।

(xxxvii) NEP-2020 की आकांक्षा है कि सभी बच्चे बुनियादी गणित और संख्यात्मक कौशल के साथ ......... सीखें।
(उ) पढ़ना और लिखना।

(xxxviii) NEP-2020 में कक्षा 1 से पहले 3-6 वर्ष के आयु वर्ग के लिये आँगनबाड़ी/ विद्यालय पूर्व/ बालवाटिका में शिक्षा के ......... का प्रस्ताव है।
(उ) 3 वर्ष।

(xxxix) मिशन मोड में ......... तक बुनियादी साक्षरता और संख्यात्मकता के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिये राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों की महत्वपूर्ण भूमिका है।
(उ) 2025-26 तक।

(xl) मिशन का विचार यह है कि प्रत्येक बच्चा ......... पढ़ने, लिखने और गणित में वांछित सीखने की क्षमता प्राप्त कर ले।
(उ) ग्रेड III के अंत तक और ग्रेड V के पहले।

सारांश-




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