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Friday, November 5, 2021

NISHTHA 3.0 (FLN)- COURSE 1: ENTIRE QUESTIONNAIRE

COURSE-1: UP_बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान मिशन (निष्ठा FLN)

FUNDAMENTAL LITERACY AND NUMERACY MISSION

परिचय: बच्चों की शिक्षा के प्रारंभिक वर्षों में भाषा और गणित कौशल का निर्माण करने और दिशा-निर्देश प्रदान करने के लिये भारत सरकार ने बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान मिशन (FLN) आरम्भ किया है। यह कोर्स मिशन के उद्देश्यों और लक्ष्यों से सम्बन्धित है और इस सम्बन्ध में विभिन्न हितधारकों की भूमिका पर प्रकाश डालता है।

उद्देश्य: इस कोर्स को करने के पश्चात शिक्षार्थी सक्षम होंगे-

● शिक्षा के आधार के रूप में प्रारम्भिक बाल्य देखभाल और शिक्षा (ECCE) की आवश्यकता और महत्व का वर्णन करना।
● बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान मिशन के लक्ष्य को समझना।
● FLN मिशन की आवश्यकता को पहचानना।
● FLN के लक्ष्य और उद्देश्यों को जानना।
● विभिन्न हितधारकों की भूमिका और जवाबदेही को समझना।

संक्षिप्त परिचय: 

● बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान मिशन का परिचय।
● बाल्यावस्था देखभाल और शिक्षा अधिगम शिक्षा के आधार के रूप में।
● FLN मिशन की दूरदर्शिता।
● FLN मिशन की आवश्यकता।
● FLN मिशन के उद्देश्य।
● विभिन्न हितधारकों की भूमिकाएँ व जवाबदारियाँ।

कोर्स की रूपरेखा:


सम्पूर्ण गतिविधि एवम् प्रश्नोत्तरी संकलन-

गतिविधि-1: अपनी समझ साझा करें-

'पत्थर की भी तक़दीर बदल सकती है, 
शर्त यह है कि सलीके से सँवारा जाए।'

हमें यहॉं पत्थर नहीं अपितु राष्ट्र के भविष्य उन नौनिहालों के बचपन को सदिश आकार देना है जो देश के कर्णाधार बनेंगे।
बच्चे बाल्यकाल से ही खोजी, प्रायोगिक एवम् जिज्ञासु प्रवृत्ति के कारण खेल-खेल में ही बहुत कुछ सीख सकते हैं जिसे साकार करने में ECCE निर्विवाद रूप से अत्यावश्यक घटक है जिसके माध्यम से बच्चे स्वतंत्र रूप से नित नव प्रयोगों द्वारा सहज व सुगम रूप से सीखते हुये स्वयं को विद्यालयी परिवेश से अनुकूलित करते हुए अधिगम जगत की मुख्यधारा में समायोजित कर सकें।
भावी जीवन की सुदृढ़ इमारत के निर्माण हेतु ECCE रूपी ठोस आधारशिला अपरिहार्य है। आशा ही नहीं अपितु पूर्ण विश्वास है कि NEP-2020 प्रेरणास्पद व नवाचारी विधियों से इस भगीरथी लक्ष्य को सफल बनाने में ऐतिहासिक सिद्ध होगी।।
🇮🇳जय हिन्द, वन्दे मातरम्🇮🇳

गतिविधि-2: अपनी समझ की जाँच करें-

सही या गलत बताएँ-

(i) प्री-स्कूल में जाने वाले बच्चों का आयु वर्ग 3-6 वर्ष है।
(उ) सही।

(ii) प्री-स्कूलिंग शिक्षा से आधारभूत साक्षरता और संख्या ज्ञान का विकास होता है।
(उ) सही।

(iii) प्री-स्कूल में बच्चे खेल आधारित और विकासात्मक रूप से उपयुक्त गतिविधियों और सामग्री से नहीं सीखते हैं।
(उ) गलत।

(iv) मौखिक भाषा का विकास, ध्वनिजन्य जागरूकता, प्रिन्ट जागरूकता आदि प्री-स्कूल स्तर पर शारीरिक विकास के घटक हैं।
(उ) गलत।

(v) प्री-स्कूल शिक्षा के सभी पहलू जैसे शारीरिक विकास, संज्ञानात्मक विकास, भाषा विकास, सामाजिक-भावनात्मक विकास परस्पर सम्बन्धित और परस्पर निर्भर हैं।
(उ) सही।

गतिविधि-3: अपने विचार साझा करें-

जैसा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 में रेखांकित किया गया है कि वर्तमान में प्रारंभिक स्तर पर पाँच करोड़ से अधिक छात्रों का एक विशाल वर्ग बुनियादी साक्षरता और संख्याज्ञान से वंचित है। ऐसी विकट स्थिति को अविलंब उपचारित किया जाना चाहिए ताकि बुनियादी शिक्षा तक पहुँच सुगम एवम् सार्वभौमिक हो सके। समस्त छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्ति के सहज, समान व सुलभ अवसर उपलब्ध हो सकें। सभी नौनिहालों हेतु आधारभूत साक्षरता और संख्याज्ञान प्राप्ति एक अनिवार्य राष्ट्रीय मिशन बनना चाहिये।
पर्याप्त अनुसंधान एवम् प्रमाण भी इंगित करते हैं कि बुनियादी स्तर पर अधिगम गति तीव्रतम से सर्वोत्तम की ओर गतिमान होती है। इस स्तर पर प्राप्त प्रत्येक सकारात्मक अनुभव आजीवन सीखने और समग्र विकास में सहायक सिद्ध होता है। NEP-2020 गुणवत्तापरक प्रारम्भिक बाल्यावस्था और शिक्षा (ECCE) के महत्व की अनुशंसा करती है और दृढ़तापूर्वक इस पर बल देती है। 
बुनियादी साक्षरता और संख्याज्ञान मिशन के उद्देश्यों की प्राप्ति में ECCE की प्रमुख भूमिका है। NEP-2020 ने प्री-स्कूल की शिक्षा पर ध्यान केंद्रित किया है और इसे शिक्षा प्रणाली का अभिन्न अंग माना है। चूँकि बाल्यकाल बौद्धिक क्षमता, शारीरिक विकास, मानसिक परिपक्वता और मूल्यों के विकास की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है अतएव प्रत्येक हितधारक को समुचित सम्मान सहित अवसरों की समानता सुनिश्चित करते हुये पूर्वाग्रह से मुक्त पुस्तकों, चित्रों, पोस्टरों, खेल सामग्रियों और अन्य गतिविधियों का चयन करते हुये बच्चों की ध्वनि सम्बन्धी जागरूकता, ध्वनि भेद, दृश्य धारणा व दृश्य जुड़ाव सरीखी दक्षताओं को विकसित करने पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है ताकि बच्चे भविष्य में बेहतर पाठक और लेखक के रूप में परिणित हो सकें। बच्चों के समग्र विकास और सीखने पर बल देते हुये बच्चों को अधिगम कला में सशक्त बनाना होगा जिसमें NEP-2020 और ECCE आशा की एक नई किरण बनकर उभरी हैं।।

🇮🇳जय हिन्द, जय भारत🇮🇳

गतिविधि-4: प्रश्नोत्तरी- सहमत या असहमत

(i) समग्र रूप से सीखना, एकीकृत, समावेशी, आनन्ददायक और आकर्षक नहीं होना चाहिए।
(उ) असहमत।

(ii) एक बार जब छात्र बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान में पिछड़ जाते हैं, तो वे वर्षों तक सीखने की अवस्था में ही बने रहते हैं, जो लगातार सीखने-समझने में असमर्थ होते हैं।
(उ) सहमत।

(iii) बुनियादी साक्षरता एवम् संख्याज्ञान मिशन का लक्ष्य 2025 तक प्राथमिक कक्षाओं में बुनियादी साक्षरता और संख्याज्ञान के व्यापक रूप से लागू करने के लिये सभी पहलुओं को सक्षम वातावरण से जोड़ना है ताकि प्रत्येक बच्चा पढ़ने, लिखने और संख्याज्ञान में वांछित सीखने की क्षमता प्राप्त कर सके।
(उ) सहमत।

(iv) छात्रों, स्कूलों, शिक्षकों, अभिभावकों और समाज के साथ मिलकर इस महत्वपूर्ण लक्ष्य और मिशन को पूरा करने के लिये हर सम्भव तरीके से अनिवार्य रूप से सहयोग और प्रोत्साहन दिया जाना चाहिये, जो वास्तविक रूप में भविष्य में सभी प्रकार के शिक्षण का आधार बनता है।
(उ) सहमत।

(v) सभी बच्चों के लिये बुनियादी साक्षरता और संख्याज्ञान प्राप्त करना तत्काल राष्ट्रीय मिशन नहीं बनना चाहिये।
(उ) असहमत। 

आकलन प्रश्नोत्तरी-

(i) हमारे देश में ECCE ......... संस्थाओं के माध्यम से चलाई जाती है जिसमें शामिल हैं-
(a) एकल आँगनबाड़ी।
(b) प्राथमिक स्कूलों के साथ सम्बद्ध आँगनबाड़ी।
(c) कम से कम 5 से 6 वर्ष की आयु वाले पूर्व-प्राथमिक विद्यालयों के साथ सह-स्थित।
(d) एकल प्री-स्कूल जैसा कि NEP-2020 में कहा गया है।
(उ) प्रारम्भिक बाल्यावस्था शिक्षण।

(ii) NEP-2020 के अनुसार, MDM कार्यक्रम प्रारम्भिक कक्षा में पढ़ने वाले बच्चों को भी विस्तारित किया जायेगा। यहाँ प्रारम्भिक कक्षा का अर्थ है .........
(उ) कक्षा 1 से पहले की कक्षायें।

(iii) भावी स्कूली शिक्षा और आजीवन सीखने के लिये ......... और संख्याओं की बुनियादी समझ, जीवन के लिये आवश्यक आधार है। (NEP-2020)
(उ) पढ़ और लिख पाना।

(iv) बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान का तात्पर्य स्कूली शिक्षा के बुनियादी स्तर में पर्याप्त ......... का निर्माण करना है।
(उ) साक्षरता और संख्या ज्ञान।

(v) सभी हितधारकों को जैसे शिक्षकों, अभिभावकों, छात्रों और समुदाय को ......... के लिये मजबूत नींव तैयार करने में शामिल करें।
(उ) जीवनपर्यंत चलने वाले अधिगम।

(vi) ECCE का पूरा नाम है?
(उ) Early childhood care and education (बाल्यावस्था देखभाल और शिक्षा)।

(vii) प्री-स्कूल की शिक्षा सुनिश्चित करती है ......... प्री-स्कूल से आरम्भिक प्राथमिक कक्षा तक जिससे कि अधिगम में बेहतर प्रदर्शन हो और स्कूल में पढ़ाई जारी रखने की दर बेहतर बनी रहे।
(उ) निर्बाध ट्रांजिशन।

(viii) किसी भी बच्चे के जीवनकाल में प्रारम्भिक वर्ष 'महत्वपूर्ण' होते हैं क्योंकि इस समय ......... किसी अन्य चरण की तुलना में अधिक तीव्र होती है।
(उ) विकास की दर।

(ix) आँगनबाड़ी कार्यकर्ताओं/ शिक्षकों का ECCE प्रशिक्षण स्कूल शिक्षा विभाग के क्लस्टर संसाधनों केन्द्रों द्वारा ......... होगा।
(उ) मेंटर।

(x) प्रारम्भिक बाल्यावस्था शिक्षा को किसके सन्दर्भ में एक विशिष्ट लक्ष्य के रूप में शामिल किया गया है?
(उ) सतत विकास लक्ष्य या SDG।

(xi) NEP ने FLN हासिल करने के लिये ......... की समय सीमा निर्धारित की है?
(उ) 2025।

(xii) स्कूली शिक्षा के बुनियादी स्तर में भाषा और गणित कौशल का निर्माण करना किसका उद्देश्य है?
(उ) बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान मिशन।

(xiii) NEP-2020 में यह परिकल्पना की गई है कि 5 वर्ष की आयु से पहले प्रत्येक बच्चा एक 'प्रारम्भिक कक्षा' या 'बालवाटिका' में जायेगा, जिसमें एक ECCE को पढ़ाने योग्य (Qualified) शिक्षक होगा। बालवाटिका .........
(उ) कक्षा 1 से पहले की कक्षा।

(xiv) NCERT, राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों को FLN मिशन के उद्देश्यों की पूर्ति के लिये ......... प्रदान करेगा।
(उ) पाठ्यपुस्तक।

(xv) राष्ट्रीय ......... का मूल उद्देश्य है कि सभी बच्चे पढ़ने और समझ के साथ प्रतिक्रिया करने में सक्षम हों। बच्चे समझ के साथ स्वतंत्र रूप से लिख पायें। संख्या, माप और आकार के क्षेत्र में तर्क को समझ पायें और ......... संख्यात्मकता स्थानिक समझ कौशल के माध्यम से समस्या-समाधान करने में स्वतंत्र बनें।
(उ) बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान मिशन।

(xvi) बुनियादी शिक्षा का मुख्य केन्द्र ......... है।
(उ) बच्चे का सर्वांगीण विकास।

(xvii) राष्ट्रीय बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान (FLN) मिशन यह सुनिश्चित करने के दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है कि हमारे बच्चे ......... तक अर्थ के साथ पठन कौशल और बुनियादी संख्यात्मक कौशल प्राप्त करें।
(उ) कक्षा III।

(xviii) राज्यों और केन्द्र-शासित प्रदेशों की भूमिका है ......... ।
(उ) लक्ष्य की प्राप्ति के लिये योजना बनाना और उसको क्रियान्वित करना।

(xix) बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान के लिये सन्दर्भ व्यक्तियों का क्षमतावर्धन और सन्दर्भ सामग्री विकसित करना सरकार के साथ-साथ ......... की भी जिम्मेदारी है।
(उ) स्कूल।

(xx) NEP-2020 द्वारा प्रस्तावित नई 5+3+3+4 संरचना में, 3 वर्ष की आयु से ......... को एक मजबूत आधारशिला के रूप में शामिल किया गया है, जिसका उद्देश्य बेहतर समग्र शिक्षा, विकास और कल्याण को बढ़ावा देना है।
(उ) ECCD।

(xxi) प्रारम्भिक बाल्यवस्था देखभाल और शिक्षा पाठ्यक्रम की योजना और कार्यान्वयन का कार्य, शिक्षा मंत्रालय, महिला और बाल विकास मंत्रालय (WCD), स्वास्थ्य और परिवार कल्याण (HFW) और जनजातीय मामलों के मंत्रालयों द्वारा ......... किया जायेगा।
(उ) संयुक्त रूप से।

(xxii) स्कूली शिक्षा विभाग कक्षा 1 से 5 के लिये छात्र जुड़ाव, प्रतिधारण और शैक्षणिक उपलब्धि के लिये सीखने के परिणाम गुणवत्ता माप ......... विकसित करेगा।
(उ) ऐप।

(xxiii) KVS स्कूलों को मिशन मोड में कक्षा 5 तक सभी छात्रों द्वारा बुनियादी साक्षरता और संख्यात्मकता प्राप्त करने के लिये ......... के रूप में विकसित किया जायेगा।
(उ) मॉडल स्कूल।

(xxiv) FLN मिशन ......... में दक्षता हासिल करने के लिये एक राष्ट्रीय पहल है।
(उ) समझ के साथ भाषा और गणित पढ़ना।

(xxv) FLN के दिशा निर्देश किसने दिये हैं?
(उ) भारत के शिक्षा मंत्रालय ने।

(xxvi) बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान मिशन का दृष्टिकोण है कि सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुये एक सक्षम वातावरण सुनिश्चित हो जो ......... प्राथमिक कक्षाओं में 2025 तक सुनिश्चित करें, ताकि प्रत्येक बच्चा कक्षा III के अंत तक और ग्रेड V के पहले पढ़ने, लिखने और अंकगणित में वांछित सीखने की क्षमता को प्राप्त कर सकें।
(उ) बुनियादी साक्षरता और गणित का सार्वभौमिक अधिग्रहण।

(xxvii) SDG के लक्ष्य 4.2 का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि सभी लड़कियों और लड़कों को जिसमें वंचित समूह और विकलांग बच्चे भी शामिल हैं, 2030 तक गुणवत्तापूर्ण ......... देखभाल और पूर्व प्राथमिक शिक्षा प्राप्त हो ताकि वे प्राथमिक शिक्षा के लिये तैयार हो सकें।
(उ) प्रारम्भिक बाल्यावस्था विकास।

(xxviii) ECCE की अवधि है ......... ।
(उ) जन्म से 8 वर्ष तक।

(xxix) FLN मिशन एक ......... है।
(उ) राष्ट्रीय पहल। 

(xxx) सरकार में, ECCE मुख्य रूप से स्वीकृत बाल विकास सेवाओं या ICDS केन्द्रों के माध्यम से प्रदान किया जाता है जिन्हें ......... के रूप में जाना जाता है।
(उ) आँगनबाड़ी।

(xxxi) CBSE प्राथमिक स्तर पर ......... के एक पूल की पहचान करेगा जो सरकारी प्राथमिक शिक्षकों का मार्गदर्शन कर सकता है और प्राथमिक स्तर पर शिक्षकों का समर्थन करने के लिये ई-सामग्री भी विकसित कर सकता है जिसमें पाठ योजनाएँ, नवीन शिक्षाशास्त्र का उपयोग आदि शामिल है।
(उ) उत्कृष्ट शिक्षक।

(xxxii) राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में इस बात पर प्रकाश डाला गया है कि वर्तमान में प्राथमिक स्तर पर अनुमानित रूप से 5 करोड़ से अधिक छात्र बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान का कौशल हासिल नहीं कर पाये हैं।
(उ) सहमत तथा FLN को मजबूत करने के लिये कदम उठाये जाने चाहिये।

(xxxiii) FLN लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिये निम्नलिखित में से कौन सी स्वयंसेवकों की भूमिका नहीं है?
(उ) FLN मिशन की पॉलिसी तैयार करना।

(xxxiv) राष्ट्रीय बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान मिशन का गठन ......... के द्वारा होगा।
(उ) शिक्षा मंत्रालय।

(xxxv) NCERT देश की एक अग्रणी शैक्षणिक संस्था है और यह संस्था शिक्षक-प्रशिक्षकों के लिये सामग्री विकसित करने और प्रशिक्षण आयोजित करने के साथ-साथ ......... के लक्ष्यों को प्राप्त करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
(उ) बुनियादी साक्षरता और संख्यात्मकता।

(xxxvi) सभी बच्चों के लिये बुनियादी साक्षरता और संख्यात्मक कौशल प्राप्त करना त्वरित राष्ट्रीय ......... होना चाहिये।
(उ) मिशन।

(xxxvii) NEP-2020 की आकांक्षा है कि सभी बच्चे बुनियादी गणित और संख्यात्मक कौशल के साथ ......... सीखें।
(उ) पढ़ना और लिखना।

(xxxviii) NEP-2020 में कक्षा 1 से पहले 3-6 वर्ष के आयु वर्ग के लिये आँगनबाड़ी/ विद्यालय पूर्व/ बालवाटिका में शिक्षा के ......... का प्रस्ताव है।
(उ) 3 वर्ष।

(xxxix) मिशन मोड में ......... तक बुनियादी साक्षरता और संख्यात्मकता के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिये राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों की महत्वपूर्ण भूमिका है।
(उ) 2025-26 तक।

(xl) मिशन का विचार यह है कि प्रत्येक बच्चा ......... पढ़ने, लिखने और गणित में वांछित सीखने की क्षमता प्राप्त कर ले।
(उ) ग्रेड III के अंत तक और ग्रेड V के पहले।

सारांश-




#NISHTHA_FLN_3.0_COURSE_1_ENTIRE_QUESTIONNAIRE

Thursday, September 23, 2021

बालगीत- बदरा (बादल)

 बालगीत- बदरा (बादल)

स्वरचित बालगीत प्रारम्भिक स्तर के शिक्षार्थियों हेतु-

स्वरचित बालगीत-


उमड़-उमड़ घिर आये बदरा,
घुमड़-घुमड़ घिर आये बदरा।
झूम-झूमकर बरसे बदरा,
घूम-घूमकर बरसे बदरा।
बीच राह हम फँस गये भैया,
मेंढक गावे टर्रक टैया।
मोर भी नाचे ता-ता थैया,
सोनू-मोनू बड़े खिलैया।
सड़कों पे दौड़ात नवैया,
करत फिरत हैं छप्पक-छैया।।


Wednesday, August 25, 2021

ध्यानाकर्षण: शिक्षण तकनीक-12

UP_ध्यानाकर्षण_परिवेशीय संसाधनों का उपयोग: कोर्स-12





आकलन प्रश्नोत्तर-


1. कक्षा शिक्षण में परिवेशीय संसाधनों का प्रयोग सर्वाधिक किया जाना चाहिए-

(A) कक्षा शिक्षण से पहले।

(B) कक्षा शिक्षण के बाद।

(C) कक्षा शिक्षण के दौरान।🆗

(D) छुट्टी के समय।


2. शिक्षण अधिगम में परिवेशीय संसाधनों का प्रयोग प्रभावी होता है क्योंकि यह-

(A) सरल एवं सहज है।

(B) रुचिकर है।

(C) प्रकृति आधारित है।

(D) ज्ञानेंद्रियों और पूर्व अनुभव पर आधारित है।🆗


3. परिवेशीय संसाधनों का लाभ है कि इसके उपयोग से-

(i) बच्चों का सैद्धांतिक विकास क्रियात्मक रूप से होता है।

(ii) बच्चों में प्रकृति के प्रति सम्मान का भाव पैदा होता है।

(iii) बच्चों की सृजनात्मकता का विकास होता है।

(iv)  बच्चे परिवेशीय संसाधनों के महत्व को समझ पाते हैं।


(A) i, ii

(B) i, iii

(C) i, iii, iv

(D) i, ii, iii, iv🆗


4. परिवेशीय संसाधनों का शिक्षण में उपयोग करने से सीखना होगा-

(A) आसान एवं अवधारणाओं को स्पष्ट करने वाला।🆗

(B) अव्यवहारिक, महंगा व दुष्कर।

(C) व्यवहारिक परंतु समय अधिक लेने वाला।

(D) क्षणिक व आनंददायी।


5. परिवेशीय संसाधनों का प्रयोग किया जा सकता है-

(A) विज्ञान में।

(B) गणित में।

(C) भाषा में।

(D) सभी विषयों के शिक्षण में।🆗


6. परिवेश में उपलब्ध संसाधनों के उपयोग से कक्षा शिक्षण के किस उद्देश्य की प्राप्ति में सर्वाधिक सहायता मिलती है ?

(A) ज्ञानात्मक उद्देश्य की प्राप्ति में।

(B) बोधात्मक उद्देश्य की प्राप्ति में।🆗

(C) प्रयोगात्मक उद्देश्य की प्राप्ति में।

(D) कौशलात्मक उद्देश्य की प्राप्ति में।


7. शिक्षण में परिवेशीय संसाधनों के उपयोग से तात्पर्य है-

(A) प्राकृतिक संसाधन।

(B) विद्यालय व कक्षा में उपस्थित संसाधन।

(C) शिक्षार्थी के घर, गाँव, आसपास की वस्तुएँ।

(D) परिवेश में पाई जाने वाली सभी वस्तुएँ।🆗


8. परिवेशीय संसाधन हैं-

(A) अनाज के दानें, पत्तियाँ, फल, फूल, बीज, कंकड़।

(B) माचिस की तीलियाँ, आइसक्रीम में प्रयुक्त चम्मच, पेंसिल, रबर, कटर।

(C) विद्यालय में उपलब्ध वस्तुएँ।

(D) उपरोक्त सभी।🆗


9. परिवेशीय संसाधनों से बच्चों का विशेष जुडाव होता है क्योंकि-

(A) इनकी उपलब्धता हर स्थान पर होती है।

(B) निःशुल्क और कम दाम में मिलते हैं।

(C) बच्चे इनको स्वयं परिवेश से प्राप्त कर एकत्र करते हैं।🆗

(D) सभी के लिए सर्व सुलभ होते हैं।


10. शिक्षण अधिगम प्रक्रिया में प्रयोग किए जाने वाले उदाहरण होने चाहिए-

(A) पूर्व अनुभव आधारित।

(B) पुस्तक पर आधारित।

(C) परिवेशीय संसाधनों पर आधारित।

(D) दोनों A और C।🆗

ध्यानाकर्षण: शिक्षण तकनीक-11

UP_ध्यानाकर्षण_जोड़ी में कार्य: कोर्स-11





आकलन प्रश्नोत्तर-


1. जोड़ी में कार्य दर्शाता है कि बच्चे -

(i) किसी पाठ्यांश या प्रकरण पर चर्चा कर रहे होंगे।

(ii) उत्तरों की जाँच कर रहे होंगे।

(iii) किसी विषय के बारे में एक दूसरे को पढ़कर सुना रहे होंगे तथा उसके अर्थों की खोज कर रहे होंगे।

(iv) किसी योजना का निर्माण कर रहे होंगे।


(A) i, ii

(B) i, ii, iii

(C) i, iii, iv

(D) i, ii, iii, iv🆗


2. जोड़ी में कार्य के दौरान हम बच्चों को कार्य आवंटित करते हैं -

(A) एक ही कार्य सभी जोड़ों को।

(B) आधे जोड़ों को एक तरह का और आधे जोड़ों को दूसरी तरह का।

(C) सभी जोड़ों को एक ही विषय पर आधारित अलग-अलग कार्य।🆗

(D) सभी जोड़ों को अलग-अलग विषय पर एक ही तरह का कार्य।


3. जोड़ी में कार्य में शिक्षक द्वारा निभाई जाने वाली मुख्य जिम्मेदारी है - 

(i) गतिविधि का उद्देश्य एवं अपेक्षित परिणाम का निर्धारण करना। 

(ii) जोड़ी बनाने का मापदंड तय करना। 

(iii) जोड़ी के सदस्यों की भूमिका का निर्धारण एवं उनका आकलन करना। 

(iv) जोड़ी के कम सक्रिय सदस्य को विषय पर बातचीत करने तथा विचारों को साझा करने के लिए प्रोत्साहित करना।


(A) i, ii

(B) i, ii, iii

(C) i, ii, iv

(D) i, ii, iii, iv🆗


4. जोड़ी में कार्य के दौरान शिक्षक -

(A) जोड़ी से कोई बात नहीं करेंगे।

(B) सभी जोड़ों से एक साथ बात करेंगे।

(C) कक्षा में सभी जोड़ियों में जाकर अवलोकन और मार्गदर्शन करेंगे।🆗

(D) छात्रों द्वारा पूछने पर ही बात करेंगे।


5. बच्चे नि:संकोच और सहजता से अपनी बात कह सकें इसके लिए आवश्यक है कि बच्चों को कार्य करने के अवसर दिए जायें -

(A) व्यक्तिगत रूप से।

(B) बड़े समूह में।

(C) छोटे समूह में।

(D) जोड़ी में।🆗


6. जोड़ी में कार्य के दौरान बच्चे करते हैं-

(A) विचार विमर्श।

(B) चिंतन।

(C) A और B दोनों।🆗

(D) उपर्युक्त में से कोई नहीं।


7. सबसे उपयुक्त विकल्प चुनें - परस्पर जोड़ी में कार्य करने के परिणाम स्वरूप बच्चे-

(A) अधिक आत्मविश्वास और आनंद से कार्य करते हैं।🆗

(B) अधिक देर तक कार्य करते हैं।

(C) निरंतर बेहतर कार्य करने की भावना से नहीं कार्य करते हैं।

(D) कुछ समय के बाद ध्यान बँट जाता है।


8. बच्चों को जोड़ी में कार्य करवाने से-

(A) समय की बचत होती है।

(B) सीखने-सिखाने की गति तीव्र हो जाती है।

(C) शिक्षण अधिगम प्रक्रिया सरल व सुगम हो जाती है।

(D) उपरोक्त सभी।🆗


9. जोड़ी बनाते समय ध्यान रखना चाहिए कि -

(A) दोनों बच्चे एक समान गति से सीखने वाले हों।

(B) एक बच्चा तीव्र गति से सीखने वाला हो।🆗

(C) दोनों बच्चों में परस्पर गहरी मित्रता हो।

(D) दोनों बच्चे तीव्र गति से सीखने वाले हों।


10. जोड़ी में कार्य करवाया जा सकता है -

(A) सिर्फ विज्ञान और गणित विषय पर।

(B) सिर्फ विज्ञान, गणित व अंग्रेजी विषय पर।

(C) सिर्फ विज्ञान, गणित व सामाजिक विषय पर।

(D) सभी विषयों में।🆗

ध्यानाकर्षण: शिक्षण तकनीक-10

UP_ध्यानाकर्षण_समूह कार्य: कोर्स-10





आकलन प्रश्नोत्तर-


1. समूह कार्य करवाया जा सकता है-

(A) सिर्फ विज्ञान व गणित विषय पर।

(B) सिर्फ विज्ञान, गणित व भाषा विषय पर।

(C) सिर्फ विज्ञान, गणित व सामाजिक विषय पर।

(D) सुनियोजित ढंग से सभी विषयों पर।🆗


2. समूह कार्य के दौरान हम बच्चों को कार्य आवंटित करते हैं-

(A) एक ही कार्य सभी समूहों को।

(B) आधे समूहों को एक तरह का आधे समूहों को दूसरी तरह का कार्य।

(C) सभी समूहों को एक ही विषय पर आधारित अलग-अलग कार्य।🆗

(D) सभी समूहों को अलग-अलग विषय पर एक ही तरह का कार्य।


3. बच्चों को समूह कार्य में संलग्न होने पर क्या लाभ होते हैं?

(A) बच्चे समूह कार्य में प्रसन्नतापूर्वक हिस्सा लेते हैं।

(B) बच्चों की झिझक दूर होती है

(C) बच्चों में एक दूसरे की मदद की भावना जागृत होती है

(D) उपरोक्त सभी लाभ होते हैं।🆗


4. समूह कार्य के दौरान शिक्षक-

(A) कोई बात नहीं करेंगे मात्र अवलोकन करेंगे।

(B) प्रत्येक समूह में जाकर चर्चा में शामिल होंगे और सहायता करेंगे।🆗

(C) मात्र अवलोकन करेंगे तथा विद्यार्थियों के आग्रह पर सहायता करेंगे।

(D) छात्रों के द्वारा पूछने पर ही बात करेंगे।


5. समूह कार्य के दौरान बच्चों को-

(A) नेतृत्व का अवसर मिलता है

(B) प्रतिभा दिखाने का अवसर मिलता है।

(C) खुलकर अपने विचार व्यक्त करने का अवसर मिलता है।🆗

(D) स्व-मूल्यांकन का अवसर मिलता है।


6. दिखाये गए वीडियो में समूह कार्य के माध्यम से शिक्षिका  किस प्रकरण पर चर्चा कर रहीं हैं ?

(A) भौतिक परिवर्तन एवं रासायनिक परिवर्तन।

(B) भौतिक अभिक्रिया एवं रासायनिक अभिक्रिया।

(C) मन्द परिवर्तन एवं तीव्र परिवर्तन।🆗

(D) दृश्य परिवर्तन एवं अदृश्य परिवर्तन।


7. समूह कार्य की योजना बनाते समय शिक्षक द्वारा ध्यान में रखने वाली सबसे महत्वपूर्ण बात है-

(A) समूह में बच्चे क्या करेंगे और उक्त गतिविधि से क्या सीखेंगे?🆗

(B) समूह में बच्चे क्या बात करेंगे?

(C) समूह में बच्चों से क्या प्रश्न पूछे जाएंगे?

(D) समूह में कौन-कौन से बच्चे बोलेंगे?


8. शिक्षक समूह कार्य की योजना बनाते हैं- 

(A) कक्षा शिक्षण के दौरान।

(B) सिर्फ विज्ञान, गणित व सामाजिक विषय पर।

(C) A और B दोनों।🆗

(D) उपरोक्त सभी।


9. कक्षा में समूह कार्य को आयोजित करने से पहले क्या-क्या तैयारियाँ कर लेनी चाहिए?

(i) समूह कार्य के उद्देश्य और अपेक्षित परिणाम का निर्धारण किया जाना चाहिए।

(ii) समूह बनाने का मापदंड और गतिविधि के दौरान उसके विभिन्न सदस्यों की भूमिका का निर्धारण किया जाना चाहिए।

(iii) गतिविधि के लिए आवश्यक सामग्री का संकलन कर लेना चाहिए।

(iv) समूह कार्य हेतु समय का आवंटन कर लेना चाहिए।

(v)  समूह की गतिविधियों के आकलन हेतु तरीकों का निर्धारण  कर लेना चाहिए।


(A) ii, iv, v

(B) i, iii, iv

(C) i, ii

(D) i, ii, iii, iv, v🆗


10. समूह कार्य करवाते समय शिक्षक की अपेक्षित अनुभूति -

(A) कोर्स न पूरा होने की आशंका।

(B) समय की बर्बादी।

(C) कोई सार्थक परिवर्तन नहीं होगा।

(D) सीखने-सिखाने में सुगमता।🆗

ध्यानाकर्षण: शिक्षण तकनीक-9

UP_ध्यानाकर्षण_सभी को शामिल करना: कोर्स-9





आकलन प्रश्नोत्तर-


1. कक्षा शिक्षण में बच्चों की वैयक्तिक भिन्नता के उदाहरण हैं-

(A) बच्चे लेखन कार्य पसंद करते हैं।

(B) माइंड मैपिंग पसंद करते हैं।

(C) बोलकर सीखना पसंद करते हैं।

(D) उपरोक्त सभी।🆗


2. शिक्षण प्रक्रिया में शैक्षिक तकनीक 'सभी को शामिल करना' से लाभ हैं -

(A) बच्चों के शिक्षण कार्य में निदान तथा उपचार की संभावनाएं कम हो जाती हैं।

(B) बच्चे एक दूसरे से सीखने की और अग्रसर होते हैं।

(C) बच्चों में परस्पर सहयोग की भावना का विकास होता है।

(D) उपरोक्त सभी।🆗


3. शिक्षण कार्य के दौरान बच्चे सक्रिय होते हैं-

(A) उपयुक्त शैक्षिक गतिविधि से।

(B) एकल कार्य से।

(C) लेखन कार्य से।

(D) दोहराने से।🆗


4. प्रत्येक बच्चे की योग्यता, क्षमता, रुचि एवं अभिरुचि अलग-अलग होती है, ऐसे में एक शिक्षक की भूमिका में शामिल नहीं किया जा सकता है -

(A) बच्चों में भेद-भाव करना।🆗

(B) बेहतर कार्य करने के लिए प्रेरित करना।

(C) मार्गदर्शक के रूप में बच्चों के प्रयासों को समुचित मार्गदर्शन देना।

(D) शिक्षा में बच्चों की भागीदारी कराना।


5. बच्चों को गतिविधि में शामिल कर अपने विचार रखने के अवसर देने से होने वाले लाभ हैं-

(A) बच्चों के आत्मविश्वास में वृद्धि।

(B) विषय-वस्तु पर अच्छी समझ विकसित होगी।

(C) A और B दोनों।🆗

(D) इनमें से कोई नहीं।


6. बच्चों के परिणामों को वांछित परिणामों में बदला जा सकता है-

(A) विविधतापूर्ण शिक्षण शैली से।

(B) सकारात्मक प्रतिपुष्टि से।

(C) A और B दोनों।🆗

(D) इनमें से कोई नहीं।


7. 'सभी को शामिल करना' शिक्षण तकनीक से भिन्न है -

(A) समूह गान।

(B) कहानी सुनना।

(C) एकल प्रोजेक्ट कार्य।🆗

(D) प्रयोगात्मक कार्य।


8. सभी बच्चों को गतिविधि/पुनरावृत्ति कार्य करवाने के उपरांत शिक्षक को -

(A) एक और खड़े हो जाना चाहिए।

(B) सभी बच्चों के पास बारी-बारी से जाकर देखना चाहिए।         🆗

(C) बहुत सी त्रुटियाँ निकालनी चाहिए।

(D) कक्षानुशासन पर विशेष ध्यान देना चाहिए।


9. वीडियो में शिक्षिका ने बच्चों को गतिविधि करवाते हुए किन बातों का विशेष ध्यान रखा है-

(A) बच्चों की बैठक व्यवस्था का।

(B) बच्चों को अभिव्यक्ति के अवसर प्रदान करने का।

(C) बच्चों को समूह चर्चा के अवसर प्रदान करने का।

(D) उपरोक्त सभी।🆗


10. सभी बच्चों को शामिल करने में अति महत्वपूर्ण भूमिका होती है। -

(A) कक्षा-कक्ष के प्रभावी प्रबंधन की।

(B) शिक्षण पूर्व योजना निर्माण की।

(C) बैठक व्यवस्था की।

(D) उपरोक्त सभी।🆗

ध्यानाकर्षण: शिक्षण तकनीक-8

UP_ध्यानाकर्षण_बच्चों के लिये कार्यपत्रकों का प्रयोग: कोर्स-8





आकलन प्रश्नोत्तर-


1. कार्यपत्रक शिक्षकों के लिए एक महत्वपूर्ण उपकरण है-

(A) नैदानिक।

(B) उपचारात्मक।

(C) सर्वसुलभ।

(D) नैदानिक व उपचारात्मक।🆗


2. 'कार्यपत्रक' पर कार्य करने से -

(i) बच्चों को आनन्द आता है।

(ii) बच्चे स्वयं करके सीखते हैं।

(iii) बच्चों में समझ के साथ तार्किक चिंतन करते हुए निर्णय लेने की क्षमता विकसित होती है।

(iv) इससे शिक्षकों को अभ्यास कराने में सरलता होती है।


उपरोक्त कथनों के आधार पर सही विकल्प का चयन कीजिये-

(A) सभी कथन सत्य हैं।🆗

(B) i & ii

(C) ii, iii, iv

(D) सभी कथन असत्य हैं।


3. पारस्परिक चर्चा, स्वमूल्यांकन व टीम भावना को विकसित करने के लिए प्रभावी शिक्षण तकनीक है-

(A) कांसेप्ट मैपिंग।

(B) प्रश्न पूछना।

(C) सीखने के लिए बात चीत।

(D) बच्चों के लिए कार्यपत्रकों का उपयोग।🆗


4. शिक्षण तकनीक 'कार्यपत्रकों का उपयोग' बच्चों में तार्किक चिंतन के साथ अभ्यास के अवसर उपलब्ध कराती है। शिक्षकों द्वारा कार्यपत्रकों का उपयोग करना चाहिए-

(A) विषय वस्तु के प्रस्तुतीकरण से पहले।

(B) विषय वस्तु के प्रस्तुतीकरण के मध्य में के में।

(C) विषय वस्तु के प्रस्तुतीकरण के बाद में।🆗

(D) कक्षा शिक्षण के दौरान कभी भी।


5. 'कार्यपत्रकों का उपयोग' केवल गणित शिक्षण में ही प्रभावी होता है। क्या आप इस कथन से सहमत हैं?

(A) सहमत।

(B) असहमत।🆗

(C) गणित और अंग्रेजी विषय के लिए सहमत।

(D) आंशिक रूप से सहमत।


6. शिक्षण तकनीक 'बच्चों के लिए कार्यपत्रकों का उपयोग' का वर्णन किस हस्तपुस्तिका में है?

(A)आधारशिला में।

(B) ध्यानाकर्षण में।🆗

(C) शिक्षण संग्रह में।

(D) दीक्षा में।


7. बच्चों के अधिगम स्तर का सटीक आकलन शिक्षक किस शिक्षण तकनीक के प्रयोग से कर सकते हैं?

(A) सभी को शामिल करना।

(B) परिवेशीय संसाधनों का उपयोग।

(C) सकारात्मक प्रतिपुष्टि।

(D) कार्यपत्रकों का उपयोग।🆗


8. कक्षा शिक्षण के दौरान बच्चों को कार्यपत्रकों का वितरण करने के बाद एक शिक्षक के रूप में आपकी भूमिका होगी (सही विकल्पों का चयन कीजिये) -

(i) एक जगह कुर्सी पर बैठ जाएंगे।

(ii) बच्चों को स्वेच्छापूर्वक जोड़ी अथवा समूह में कार्य करने            देंगे।

(iii) आकलन करते रहेंगे और आवश्यकतानुसार बच्चों का               मार्गदर्शन करेंगे।

(iv) निष्पक्ष अवलोकन व समस्या समाधान करेंगे।


(A) i, ii, iii 

(B) iii, iv

(C) ii, iii, iv🆗

(D) i, iv


9. 'बच्चों के लिए कार्यपत्रकों का उपयोग' शिक्षण तकनीक की सफलता के लिए एक प्रमुख शर्त यह है कि -

(A) रोचक गतिविधियों का निर्माण हो।

(B) शिक्षकों का प्रशिक्षण हों।

(C) सभी बच्चों की प्रतिभागिता सुनिश्चित हो।🆗

(D) ध्यानाकर्षण शिविर का आयोजन हो।


10. वीडियो में बच्चों के लिए कार्यपत्रकों का उपयोग शिक्षण तकनीक का प्रयोग करते समय शिक्षिका 'लाभ-हानि' प्रकरण पर बच्चों को कार्यपत्रक देने के पूर्व लाभ-हानि की अवधारणा स्पष्ट करती हैं। क्या शिक्षिका इस शिक्षण तकनीक के सही चरण को अपना रही है?

(A) हाँ।🆗

(B) नहीं।

(C) आंशिक रूप से अपना रही है।

(D) उपरोक्त सभी गलत हैं।