कोर्स-15: UP_ पूर्व-प्राथमिक शिक्षा (उत्तर प्रदेश)।
निष्ठा प्रशिक्षण के अन्तर्गत कोर्स-15 आधारित गतिविधियाँँ एवम् प्रश्नोत्तरी।
गतिविधि-1: अपने बचपन की यादों को साझा करें--
बचपन की स्वप्निल स्मृतियों में गोते लगाने का एक अलग ही रोमांच होता है, सदा मन उधेड़बुन में उलझा रहता है और स्वयं से अंतर्द्वंद करता रहता है कि आखिर हम बड़े ही क्यों हुये??!!
खैर! मुद्दे पर आते हैं, जहाँ तक बात पूर्व-प्राथमिक शिक्षा से जुड़े रोमांचक विवरण की है तो हम कभी इतने सौभाग्यशाली ही नहीं रहे कि नियमित तौर पर उसका रसास्वादन कर पाते किन्तु सन् 1991-92 के दरम्यान की कुछ धुँधली किन्तु अमिट यादें स्मृति-पटल पर पुनः उभर आई हैं। कक्षा-1 में हमारा एडमिशन हुआ केंद्रीय विद्यालय देहुरोड, पुणे में।
चूँकि पिताश्री आर्मी में थे अतः कॉलोनी से विद्यालय तक का सफर आर्मी के शक्तिमान ट्रकों में पूरा होता था, वो भी मोटा सा रस्सा थामे लम्बवत् अवस्था में।
यात्रा का भी अपना ही आनन्द होता है किन्तु यह सफर हमारे लिये उस वक़्त दुखदायी बन जाता था जब हमसे वरिष्ठ छात्र धक्कामुक्की या झटकों में हम जैसे कनिष्ठों को एक ओर लुढ़काकर खुद रस्सा लपकने की फिराक में रहते थे जिसके फलस्वरूप अपने गंतव्य तक पहुँचते-पहुँचते हम उन महापुरुषों की चरणधूलि में लोट रहे होते।
सुखद अनुभवों का दौर यदा-कदा गतिमान रहता ही था क्योंकि पठन-पाठन के प्रति हमारा गाम्भीर्य, निष्ठा व समर्पणभाव देखकर हमारे प्रिय शिक्षकगण सार्वजनिक रूप से प्रशंसा कर हमें अभिभूत करते रहते थे। चुनिंदा अवसरों पर पुरस्कार ग्रहण करने के भी दुर्लभ संयोग बनते रहे किन्तु शर्मीले स्वभाव के कारण मंच तक पहुँचने का साहस एकाध बार ही जुटा सके।
उस दौर की पाठ्य सामग्री का अपना ही आकर्षण, सौंदर्य व श्रृंगार रस था और प्रत्येक पाठ हमारे लिये विधि का लेखा था परन्तु बात यदि दो कहानियों व दो कविताओं तक ही सीमित है तो हमें कक्षा-2 की दो कविताओं के नाम याद आते हैं- पहली: 'छोटी सी चीज' तथा दूसरी: 'दीप जलाओ।' ऐसे ही कहानी में पहली: 'पाँच मिनट में' तथा दूसरी: आसमान गिरा।' वैसे तो अखिल पाठ्यक्रम हमारे हृदय के अत्यंत निकट रहा किन्तु वर्तमान में उन सभी के नाम स्मृतिकोष से लगभग ओझल हो चुके हैं जिनकी पुनःप्राप्ति प्रायः दुष्कर है।
धन्यवाद।।जय हिन्द।।
गतिविधि-2 आधारित प्रश्नोत्तरी:-
सत्य और असत्य पर निशान लगाएँ--
1. पूर्व-प्राथमिक शिक्षा का उद्देश्य बच्चे का समग्र विकास है।
(A) असत्य।
(B) सत्य।√
2. परिवेश बच्चों को शिक्षित करने का एक शक्तिशाली माध्यम है।
(A) सत्य।√
(B) असत्य।
3. बच्चे तय करते हैं कि वे किस रुचि के क्षेत्र/लर्निंग सेंटर में खेलना चाहते हैं।
(A) सत्य।√
(B) असत्य।
4. निर्देशित खेल बच्चों द्वारा शुरू किया जाता है।
(A) सत्य।
(B) असत्य।√
5. पूर्व-प्राथमिक शिक्षा 3 से 6 वर्षीय बच्चों के लिए एक आयोजित कार्यक्रम है।
(A) सत्य।√
(B) असत्य।
6. पूर्व-प्राथमिक शिक्षा खेल के माध्यम से दी जाती है।
(A) सत्य।√
(B) असत्य।
7. विकास के आठ क्षेत्र /आयाम हैं।
(A) असत्य।√
(B) सत्य।
8. पूर्व-प्राथमिक शिक्षा कार्यक्रम प्राथमिक कक्षा के लिए बच्चों को तैयार करता है।
(A) असत्य।
(B) सत्य।√
9. पूर्व-प्राथमिक शिक्षा का उद्देश्य बच्चों को अक्षर और संख्या सिखाना है।
(A) सत्य।
(B) असत्य।√
10. बच्चे आपस में परस्पर संवाद करके सीखते हैं।
(A) सत्य।√
(B) असत्य।
11. बच्चे वयस्कों के साथ परस्पर संवाद से सीखते हैं।
(A) सत्य।√
(B) असत्य।
गतिविधि-5: प्रारम्भिक संख्यात्मकता के प्रगमन/प्रोगेशन हेतु गनिविधि साझा करें--
प्रारम्भिक संख्यात्मकता के प्रगमन/प्रोगेशन हेतु अधोवर्णित गतिविधियाँ आजमाई जा सकती हैं-
1. पूर्व प्राथमिक शिक्षा-1 (३ से ४ साल के बच्चों के लिये)-
(A) साक्षरता विकास हेतु- पिक्चर स्टोरी (चित्रकथाओं) के सस्वर एवम् भावपूर्ण वाचन से, साथ ही कहानी से सम्बन्धित पात्रों पर किसी लघुगीत या कविता के सस्वर, लयबद्ध एवम् भावपूर्ण गायन से।
(B) संख्यात्मक विकास हेतु- वन-टू-वन कॉरेसपोंडेंस द्वारा बच्चों को प्रिंट-रिच गतिविधियों अथवा नो कॉस्ट-लो कॉस्ट सिद्धान्त पर संग्रहित वस्तुओं के यथेष्ट अनुप्रयोग में संलग्न करके।
2. पूर्व-प्राथमिक शिक्षा-2 (४ से ५ साल के बच्चों के लिये)-
(A) साक्षरता विकास हेतु- पिक्चर डिस्क्रिप्शन के अंतर्गत बच्चे चित्रचार्ट या पिक्चर बुक से सन्दर्भ ग्रहण कर अपनी कल्पनाशक्ति एवम् सृजनात्मकता के बल पर निहित सन्देश एवम् भावों का अपने शब्दों में वर्णन करने का प्रयास करें। शिक्षक यथावश्यक प्रतिपुष्टि प्रदान कर समुचित मार्गदर्शन करते रहें।
(B) क्ले मोल्डिंग- बच्चे रंगीन क्ले को विविध ज्यामितीय आकृतियों (गोला, त्रिकोण, वर्ग, चतुर्भुज आदि) में ढालेंगे तदोपरान्त इकाई और दहाई के क्रम में उन्हें व्यवस्थित करना सीखेंगे। इस क्रिया के अधिगम प्रतिफल के रूप में बच्चों में संख्याबोध का विकास तो होगा ही, साथ ही प्रारम्भिक स्थानीय मान की अवधारणा से भी परिचय हो सकेगा।
सधन्यवाद।। जय हिन्द।।
गतिविधि-6 पर आधारित प्रश्नोत्तरी--
संयोजन/लिंकेज स्थापन के घटक--
सही विकल्प चुनें-
1. बच्चों के लिए सारी सुविधाओं व सेवाओं के बीच संयोजन, जैसे- देखभाल, स्वास्थ्य, पोषण, टीकाकरण और शिक्षा।
(A) 'प्रोग्रामेटिक' (कार्यक्रम के अनुसार)।
(B) 'मैनेजमेंट' (प्रबंधन)।√
(C) 'लोकेशनल' (स्थानीय)।
2. प्रारंभिक प्राथमिक कक्षाओं के साथ खेल आधारित तरीकों (प्ले-वे) को बढ़ाना।
(A) 'लोकेशनल' (स्थानीय)।
(B) 'प्रोग्रामेटिक' (कार्यक्रम के अनुसार)।√
(C) 'मैनेजमेंट' (प्रबंधन)।
3. प्रारंभिक प्राथमिक कक्षाओं व पूर्व-प्राथमिक स्तरों के शिक्षकों के लिए संयुक्त प्रशिक्षण।
(A) 'लोकेशनल' (स्थानीय)।
(B) 'मैनेजमेंट' (प्रबंधन)।
(C) 'प्रोग्रामेटिक' (कार्यक्रम के अनुसार)।√
4. संयुक्त योजना, निरीक्षण और अवलोकन।
(A) 'लोकेशनल' (स्थानीय)।
(B) 'मैनेजमेंट' (प्रबंधन)।√
(C) 'प्रोग्रामेटिक' (कार्यक्रम के अनुसार)।
5. पूर्व-प्राथमिक स्तरों व कक्षा 1 के पाठ्यक्रम में संयोजन।
(A) 'लोकेशनल' (स्थानीय)।
(B) 'मैनेजमेंट' (प्रबंधन)।
(C) 'प्रोग्रामेटिक' (कार्यक्रम के अनुसार)।√
6. सामग्री, उपकरण और ढांचागत सहूलियतें साझा करना।
(A) 'मैनेजमेंट' (प्रबंधन)।
(B) 'प्रोग्रामेटिक' (कार्यक्रम के अनुसार)।√
(C) 'लोकेशनल' (स्थानीय)।
7. समुदाय के सहयोग व संसाधनों का उपयोग करना।
(A) 'मैनेजमेंट' (प्रबंधन)।√
(B) 'लोकेशनल' (स्थानीय)।
(C) 'प्रोग्रामेटिक' (कार्यक्रम के अनुसार)।
8. समय के साथ तालमेल।
(A) 'लोकेशनल' (स्थानीय)।
(B) 'मैनेजमेंट' (प्रबंधन)।
(C) 'प्रोग्रामेटिक' (कार्यक्रम के अनुसार)।√
9. प्राथमिक विद्यालय के अहाते के आस-पास पूर्व-प्राथमिक केंद्र का प्रावधान।
(A) 'प्रोग्रामेटिक' (कार्यक्रम के अनुसार)।
(B) 'मैनेजमेंट' (प्रबंधन)।
(C) 'लोकेशनल' (स्थानीय)।√
मुख्य प्रश्नोत्तरी--
1. ____________ कक्षा के भीतर के क्षेत्र हैं जहाँ बच्चों को विकास के एक विशिष्ट आयाम से संबंधित सामग्री मिलती है।
(A)संगीत केंद्र।
(B) लर्निंग सेंटर।√
(C) देखभाल केंद्र।
(D) अध्ययन केंद्र।
2. पाठ्यचर्या चलाने के दौरान पूर्व-प्राथमिक शिक्षा कार्यक्रम में शिक्षणशास्त्र के तीन मुख्य तत्व/ घटक क्या हैं?
(A) खेल, अनुभवात्मक सीखना और कहानी कहना।
(B) खेल, अनुभवात्मक अधिगम और पर्यावरण।
(C) खेल, परस्पर संवाद और परिवेश।√
(D) खेल, कहानी कहना और पढ़ना।
3. हम पूर्व-प्राथमिक केंद्र में बच्चों को सीखने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।
(A) टेबल और कुर्सी पर बैठकर काम।
(B) केवल खिलौने।
(C) विकास हेतु खेल एवं आयु आधारित उपयुक्त गतिविधियाँ और सामग्री।√
(D) एक्टिविटी वर्कशीट।
4. संज्ञानात्मक विकास के एक उप-आयाम के रूप में मैथमेटिकल थिंकिंग में शामिल है।
(A) आकार और स्थान की समझ।√
(B) उछलना/कूदना।
(C) खेलना।
(D) कथावाचन।
5. छोटे बच्चों के खेलने के अवलोकन और आकलन के लिए निम्नलिखित तकनीक की आवश्यकता होती है।
(A) सभी।√
(B) पोर्टफोलियो।
(C) चेकलिस्ट।
(D) रेटिंग स्केल।
6. पूर्व-प्राथमिक शिक्षा कार्यक्रम प्रशिक्षण में शामिल होना चाहिए।
(A) पूर्व-प्राथमिक और ग्रेड 1 शिक्षक।
(B) पूर्व-प्राथमिक और सभी प्राथमिक शिक्षक।
(C) केवल पूर्व-प्राथमिक शिक्षक को।
(D) पूर्व-प्राथमिक और ग्रेड 1 और 2 के शिक्षक।√
7. पूर्व-प्राथमिक केंद्र आने वाले छोटे बच्चों के लिए आयु समूह क्या है?
(A) 3-4 साल।
(B) 4-5 साल।
(C) 3-6 साल।√
(D) 2-3 साल।
8. पूर्व-प्राथमिक शिक्षा वर्षों के दौरान मूल्याँकन सुनिश्चित करने में मदद करता है।
(A) सभी।√
(B) विशेष शैक्षिक आवश्यकताएँ।
(C) संभावित क्षमताएँ।
(D) विकासात्मक देरी की प्रारंभिक पहचान।
9. ________________ मान्यता है कि भाषा शब्द, शब्दाँश, तुकांत और ध्वनियों से बनी है।
(A) ध्वनि जागरूकता।√
(B) इनमें से कोई भी नहीं।
(C) मौखिक भाषा का विकास।
(D) प्रिंट जागरूकता।
10. निम्नलिखित में से कौन-सा घटक/तत्व संयोजन/ लिंकेज स्थापित करने के लिए है?
(A) प्रबंध (मैनेजमेंट)।
(B) सभी।√
(C) स्थानीय (लोकेशनल)।
(D) कार्यक्रम के अनुसार (प्रोग्रामेटिक)।
नोट:- कृपया प्रश्नों अथवा विकल्पों के क्रम को लेकर कदापि भ्रमित न हों क्योंकि यह प्रत्येक प्रकरण में पृथक हो सकता है अतः प्रश्नों एवम् विकल्पों को भलीभाँति आत्मसात करने के उपरान्त ही उचित उत्तर का चयन करें।
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