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Friday, November 12, 2021
NISHTHA 3.0 FLN COURSE-4: ENTIRE QUESTIONNAIRE
Saturday, November 6, 2021
NISHTHA 3.0 FLN- COURSE 3: ENTIRE QUESTIONNAIRE
निष्ठा 3.0 (FLN) कोर्स-3: UP_बच्चों की सीखने की प्रक्रिया को समझना: बच्चे कैसे सीखते हैं? (निष्ठा FLN)
संक्षिप्त परिचय:
कोर्स का सिंहावलोकन:
कोर्स निर्देश:
उद्देश्य:
कोर्स की रूपरेखा:
गतिविधि आधारित प्रश्नोत्तरी:
गतिविधि-1: अपनी समझ की जाँच करें-
गतिविधि-4: अपनी समझ की जाँच करें-
आकलन प्रश्नोत्तरी:
आकलन हेतु 40 महत्वपूर्ण प्रश्नों का उत्तर सहित संकलन-
सारांश:
Friday, November 5, 2021
NISHTHA 3.0 (FLN): COURSE 2- ENTIRE QUESTIONNAIRE
निष्ठा (FLN) 3.0: कोर्स-2:- UP_दक्षता आधारित शिक्षा की ओर बढ़ना।
HEADING TOWARDS COMPETENCY BASED EDUCATION
परिचय: इस कोर्स में दक्षता आधारित शिक्षा की ओर बढ़ने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला गया है। इसमें बुनियादी साक्षरता और संख्याज्ञान के तीन विकासात्मक लक्ष्यों पर चर्चा की गई है। इसमें प्रतिभागियों के सीखने के प्रतिफलों के संहिताकरण से परिचित भी कराया गया है।
कोर्स का सिंहावलोकन: (i) शिक्षार्थियों के लिये निर्देश- प्रशिक्षण, आकलन एवम् प्रमाण-पत्र प्राप्ति सम्बन्धी निर्देश।
(ii) उद्देश्य: इस कोर्स को पूरा करने के पश्चात शिक्षार्थी निम्न उद्देश्यों को प्राप्त कर सकेंगे-
(iii) कोर्स की रूपरेखा:
सम्पूर्ण गतिविधि एवम् प्रश्नोत्तरी संकलन:
गतिविधि-1: अपने विचार साझा करें-
गतिविधि-3: कथन पढ़ें और 'सही' या 'गलत' के रूप में चिन्हित करें-
गतिविधि-5: अपनी समझ की जाँच करें-
गतिविधि-6: अपने विचार साझा करें-
आकलन प्रश्नोत्तरी (41 प्रश्नों का संग्रह)-
सारांश:
NISHTHA 3.0 (FLN)- COURSE 1: ENTIRE QUESTIONNAIRE
COURSE-1: UP_बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान मिशन (निष्ठा FLN)
FUNDAMENTAL LITERACY AND NUMERACY MISSION
परिचय: बच्चों की शिक्षा के प्रारंभिक वर्षों में भाषा और गणित कौशल का निर्माण करने और दिशा-निर्देश प्रदान करने के लिये भारत सरकार ने बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान मिशन (FLN) आरम्भ किया है। यह कोर्स मिशन के उद्देश्यों और लक्ष्यों से सम्बन्धित है और इस सम्बन्ध में विभिन्न हितधारकों की भूमिका पर प्रकाश डालता है।
उद्देश्य: इस कोर्स को करने के पश्चात शिक्षार्थी सक्षम होंगे-
कोर्स की रूपरेखा:
सम्पूर्ण गतिविधि एवम् प्रश्नोत्तरी संकलन-
गतिविधि-3: अपने विचार साझा करें-
गतिविधि-4: प्रश्नोत्तरी- सहमत या असहमत
आकलन प्रश्नोत्तरी-
सारांश-
Thursday, September 23, 2021
बालगीत- बदरा (बादल)
बालगीत- बदरा (बादल)
स्वरचित बालगीत प्रारम्भिक स्तर के शिक्षार्थियों हेतु-
स्वरचित बालगीत-
Wednesday, August 25, 2021
ध्यानाकर्षण: शिक्षण तकनीक-12
UP_ध्यानाकर्षण_परिवेशीय संसाधनों का उपयोग: कोर्स-12
आकलन प्रश्नोत्तर-
1. कक्षा शिक्षण में परिवेशीय संसाधनों का प्रयोग सर्वाधिक किया जाना चाहिए-
(A) कक्षा शिक्षण से पहले।
(B) कक्षा शिक्षण के बाद।
(C) कक्षा शिक्षण के दौरान।🆗
(D) छुट्टी के समय।
2. शिक्षण अधिगम में परिवेशीय संसाधनों का प्रयोग प्रभावी होता है क्योंकि यह-
(A) सरल एवं सहज है।
(B) रुचिकर है।
(C) प्रकृति आधारित है।
(D) ज्ञानेंद्रियों और पूर्व अनुभव पर आधारित है।🆗
3. परिवेशीय संसाधनों का लाभ है कि इसके उपयोग से-
(i) बच्चों का सैद्धांतिक विकास क्रियात्मक रूप से होता है।
(ii) बच्चों में प्रकृति के प्रति सम्मान का भाव पैदा होता है।
(iii) बच्चों की सृजनात्मकता का विकास होता है।
(iv) बच्चे परिवेशीय संसाधनों के महत्व को समझ पाते हैं।
(A) i, ii
(B) i, iii
(C) i, iii, iv
(D) i, ii, iii, iv🆗
4. परिवेशीय संसाधनों का शिक्षण में उपयोग करने से सीखना होगा-
(A) आसान एवं अवधारणाओं को स्पष्ट करने वाला।🆗
(B) अव्यवहारिक, महंगा व दुष्कर।
(C) व्यवहारिक परंतु समय अधिक लेने वाला।
(D) क्षणिक व आनंददायी।
5. परिवेशीय संसाधनों का प्रयोग किया जा सकता है-
(A) विज्ञान में।
(B) गणित में।
(C) भाषा में।
(D) सभी विषयों के शिक्षण में।🆗
6. परिवेश में उपलब्ध संसाधनों के उपयोग से कक्षा शिक्षण के किस उद्देश्य की प्राप्ति में सर्वाधिक सहायता मिलती है ?
(A) ज्ञानात्मक उद्देश्य की प्राप्ति में।
(B) बोधात्मक उद्देश्य की प्राप्ति में।🆗
(C) प्रयोगात्मक उद्देश्य की प्राप्ति में।
(D) कौशलात्मक उद्देश्य की प्राप्ति में।
7. शिक्षण में परिवेशीय संसाधनों के उपयोग से तात्पर्य है-
(A) प्राकृतिक संसाधन।
(B) विद्यालय व कक्षा में उपस्थित संसाधन।
(C) शिक्षार्थी के घर, गाँव, आसपास की वस्तुएँ।
(D) परिवेश में पाई जाने वाली सभी वस्तुएँ।🆗
8. परिवेशीय संसाधन हैं-
(A) अनाज के दानें, पत्तियाँ, फल, फूल, बीज, कंकड़।
(B) माचिस की तीलियाँ, आइसक्रीम में प्रयुक्त चम्मच, पेंसिल, रबर, कटर।
(C) विद्यालय में उपलब्ध वस्तुएँ।
(D) उपरोक्त सभी।🆗
9. परिवेशीय संसाधनों से बच्चों का विशेष जुडाव होता है क्योंकि-
(A) इनकी उपलब्धता हर स्थान पर होती है।
(B) निःशुल्क और कम दाम में मिलते हैं।
(C) बच्चे इनको स्वयं परिवेश से प्राप्त कर एकत्र करते हैं।🆗
(D) सभी के लिए सर्व सुलभ होते हैं।
10. शिक्षण अधिगम प्रक्रिया में प्रयोग किए जाने वाले उदाहरण होने चाहिए-
(A) पूर्व अनुभव आधारित।
(B) पुस्तक पर आधारित।
(C) परिवेशीय संसाधनों पर आधारित।
(D) दोनों A और C।🆗
ध्यानाकर्षण: शिक्षण तकनीक-11
UP_ध्यानाकर्षण_जोड़ी में कार्य: कोर्स-11
आकलन प्रश्नोत्तर-
1. जोड़ी में कार्य दर्शाता है कि बच्चे -
(i) किसी पाठ्यांश या प्रकरण पर चर्चा कर रहे होंगे।
(ii) उत्तरों की जाँच कर रहे होंगे।
(iii) किसी विषय के बारे में एक दूसरे को पढ़कर सुना रहे होंगे तथा उसके अर्थों की खोज कर रहे होंगे।
(iv) किसी योजना का निर्माण कर रहे होंगे।
(A) i, ii
(B) i, ii, iii
(C) i, iii, iv
(D) i, ii, iii, iv🆗
2. जोड़ी में कार्य के दौरान हम बच्चों को कार्य आवंटित करते हैं -
(A) एक ही कार्य सभी जोड़ों को।
(B) आधे जोड़ों को एक तरह का और आधे जोड़ों को दूसरी तरह का।
(C) सभी जोड़ों को एक ही विषय पर आधारित अलग-अलग कार्य।🆗
(D) सभी जोड़ों को अलग-अलग विषय पर एक ही तरह का कार्य।
3. जोड़ी में कार्य में शिक्षक द्वारा निभाई जाने वाली मुख्य जिम्मेदारी है -
(i) गतिविधि का उद्देश्य एवं अपेक्षित परिणाम का निर्धारण करना।
(ii) जोड़ी बनाने का मापदंड तय करना।
(iii) जोड़ी के सदस्यों की भूमिका का निर्धारण एवं उनका आकलन करना।
(iv) जोड़ी के कम सक्रिय सदस्य को विषय पर बातचीत करने तथा विचारों को साझा करने के लिए प्रोत्साहित करना।
(A) i, ii
(B) i, ii, iii
(C) i, ii, iv
(D) i, ii, iii, iv🆗
4. जोड़ी में कार्य के दौरान शिक्षक -
(A) जोड़ी से कोई बात नहीं करेंगे।
(B) सभी जोड़ों से एक साथ बात करेंगे।
(C) कक्षा में सभी जोड़ियों में जाकर अवलोकन और मार्गदर्शन करेंगे।🆗
(D) छात्रों द्वारा पूछने पर ही बात करेंगे।
5. बच्चे नि:संकोच और सहजता से अपनी बात कह सकें इसके लिए आवश्यक है कि बच्चों को कार्य करने के अवसर दिए जायें -
(A) व्यक्तिगत रूप से।
(B) बड़े समूह में।
(C) छोटे समूह में।
(D) जोड़ी में।🆗
6. जोड़ी में कार्य के दौरान बच्चे करते हैं-
(A) विचार विमर्श।
(B) चिंतन।
(C) A और B दोनों।🆗
(D) उपर्युक्त में से कोई नहीं।
7. सबसे उपयुक्त विकल्प चुनें - परस्पर जोड़ी में कार्य करने के परिणाम स्वरूप बच्चे-
(A) अधिक आत्मविश्वास और आनंद से कार्य करते हैं।🆗
(B) अधिक देर तक कार्य करते हैं।
(C) निरंतर बेहतर कार्य करने की भावना से नहीं कार्य करते हैं।
(D) कुछ समय के बाद ध्यान बँट जाता है।
8. बच्चों को जोड़ी में कार्य करवाने से-
(A) समय की बचत होती है।
(B) सीखने-सिखाने की गति तीव्र हो जाती है।
(C) शिक्षण अधिगम प्रक्रिया सरल व सुगम हो जाती है।
(D) उपरोक्त सभी।🆗
9. जोड़ी बनाते समय ध्यान रखना चाहिए कि -
(A) दोनों बच्चे एक समान गति से सीखने वाले हों।
(B) एक बच्चा तीव्र गति से सीखने वाला हो।🆗
(C) दोनों बच्चों में परस्पर गहरी मित्रता हो।
(D) दोनों बच्चे तीव्र गति से सीखने वाले हों।
10. जोड़ी में कार्य करवाया जा सकता है -
(A) सिर्फ विज्ञान और गणित विषय पर।
(B) सिर्फ विज्ञान, गणित व अंग्रेजी विषय पर।
(C) सिर्फ विज्ञान, गणित व सामाजिक विषय पर।
(D) सभी विषयों में।🆗