खाद्य गोंद
गोंद एक प्राकृतिक तत्व है, जो पेड़ों की छालों से प्राप्त होता है। नीम, कीकर और बबूल इसके सबसे अच्छे स्रोत माने जाते हैं। भारत में प्राकृतिक गोंद या गम की सबसे अधिक उपज गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान और पंजाब के कुछ हिस्सों में होती है। खाने वाली गोंद पानी में घुलनशील होती है। इसे किसी सामग्री के साथ मिलाना आसान है। गोंद में बहुत से पौष्टिक तत्व और औषधीय गुण होते हैं। इसका इस्तेमाल लड्डू बनाने और आयुर्वेदिक दवाइयों में अधिक होता है। इससे बने खाद्य पदार्थ बहुत स्वादिष्ट होते हैं।
❇️ गोंद का सबसे लोकप्रिय उपयोग पौष्टिक लड्डू तैयार करना है। इसके लड्डू खाने से शरीर को बहुत फायदा होता है। गर्भवती या सद्य प्रसूता महिलाओं के लिये यह रामबाण औषध है। वजन कम करने में भी यह सहायक है।
❇️दस्त, सर्दी और खाँसी जैसी बीमारियों से निपटने के लिये इसका सेवन पारम्परिक रूप से किया जाता है। इसके अलावा यह बेकरी, सौंदर्य उत्पादों, ऊर्जा पेयों और आइसक्रीम वगैरह में भी प्रयुक्त होता है।
❇️जाड़ों में दर्द या चलने-फिरने में दिक्कत होने पर गोंद का सेवन बहुत लाभ पहुँचाता है। कमजोरी या लम्बी बीमारी से ठीक होने के लिये भी इसका प्रयोग फायदेमंद होता है। इससे बनीं चीजों को पचने में अधिक समय लगता है, इसलिये सावधानी बरतनी चाहिये।।
Disclaimer: All the Images belong to their respective owners which are used here to just illustrate the core concept in a better & informative way.
No comments:
Post a Comment
Thanks for visiting. We are committed to keep you updated with reasonable & authentic facts.