अतुल्य 'रामायण' लोकप्रिय शो 'गेम ऑफ थ्रोन्स' को पछाड़ सर्वाधिक दर्शकों के लिहाज से वैश्विक स्तर पर शीर्ष टीवी कार्यक्रम बना।
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दूरदर्शन पर रामानंद सागर कृत रामायण कार्यक्रम का पुनः प्रसारण दर्शकों के मध्य अत्यंत लोकप्रिय सिद्ध हुआ। दूरदर्शन पर रामायण, महाभारत सहित अन्य पौराणिक कार्यक्रमों ने दर्शकों का विशेष ध्यान आकृष्ट किया है जिससे टीवी कार्यक्रमों के इतिहास में नित्य नये कीर्तिमान स्थापित हो रहे हैं। दूरदर्शन के ट्वीट के अनुसार 16 अप्रैल को विश्व भर में रामायण एपिसोड को रिकॉर्ड 7.7 करोड़ दर्शकों द्वारा देखा गया।
25 मार्च से लागू राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के चलते अधिकांश देशवासियों के घर की चहारदीवारी तक सीमित हो जाने पर तीन दशक पश्चात् प्रशंसकों की प्रबल माँग पर विगत नब्बे के दशक में रामानंद सागर द्वारा रचित महान टीवी कार्यक्रम 'रामायण' ने 28 मार्च 2020 से पुनः प्रसारण के उपरांत वैश्विक स्तर पर बतौर मनोरंजक कार्यक्रम सर्वाधिक दर्शकों के मामले में विश्व रिकॉर्ड कायम किया है।
16 अप्रैल 2020 को एकल दिवस में ही 7.7 करोड़ दर्शक संख्या के साथ रामानन्द कृत अमर महाकाव्य ने प्रचलित शो 'गेम ऑफ थ्रोन्स' को दर्शकों की मामले में पछाड़ दिया है। गत वर्ष मई में 'गेम ऑफ थ्रोन्स' के अन्तिम अध्याय के निर्णायक प्रसारण को एकल रात्रि में देखने वालों की संख्या 1.93 करोड़ दर्ज की गई थी।
दूरदर्शन पर सर्वप्रथम 1987 (25 जनवरी 1987 से 31 जुलाई 1988 के मध्य) में प्रसारित होने वाली 78 अध्याय युक्त रामानन्द सागर द्वारा लिखित, निर्मित व निर्देशित 'रामायण' ने तभी से दर्शकों के हृदय में पंथ विशेष की भाँति श्रद्धेय स्थान अर्जित कर लिया था। इस ऐतिहासिक धारावाहिक में श्रीराम की भूमिका में अरुण गोविल, सीता जी की भूमिका में दीपिका चिखलिया टोपीवाला तथा लक्ष्मण की भूमिका में सुनील लाहरी जी किरदार दीर्घकाल तक अविस्मरणीय हो गये। इन प्रमुख चरित्रों के अतिरिक्त ललिता पवार जी मन्थरा के रूप में, अरविंद त्रिवेदी जी रावण के रूप में, दारा सिंह जी हनुमान के रूप में एवम् अन्य पात्र भी मुख्य भूमिका में रहते हुये अपने-अपने अभिनय कौशल से अमिट छाप छोड़ गये। 18 अप्रैल 2020 को 'रामायण' के मुख्य भाग के समापन पर 'उत्तर रामायण' का पुनः प्रसारण आरम्भ हुआ जिसका समापन 02 मई 2020 को होने के बाद 03 मई 2020 (रविवार), रात्रि 09:00 बजे से रामानन्द सागर रचित एक अन्य अद्भुत कार्यक्रम 'श्री कृष्णा' का पुनः प्रसारण हो रहा है।
रामायण के पुनः प्रसारण की असाधारण सफलता पर हर्षित अरुण गोविल ने कहा कि रामायण जीवन मूल्यों की शिक्षा के साथ-साथ रिश्तों का महत्व भी सिखाती है। यदि हम जीवन में श्रीराम के तीन गुणों- दृढ़ निश्चय, धैर्य तथा विनम्रता को अपना लें तो हम राष्ट्र की प्रगति में बहुपयोगी सिद्ध हो सकते हैं। दर्शकों का आभार व्यक्त करते हुये दीपिका ने कार्यक्रम की सफलता का श्रेय निर्माण से सम्बद्ध प्रत्येक इकाई के कठिन परिश्रम को दिया।।
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