👉भारतीय अर्थशास्त्र का डंका
अभिजीत बनर्जी
भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक अभिजीत बनर्जी को उनकी पत्नी एस्थर डुफ्लो के साथ अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार दिया गया। बनर्जी अमेरिका के मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में पत्नी एस्थर के पीएचडी सुपरवाइजर भी रहे थे। वर्तमान में एमआईटी में अर्थशास्त्र के फोर्ड फाउंडेशन इंटरनेशनल प्रोफेसर हैं। दोनों के शादी 2015 में हुई थी। दम्पति को हार्वर्ड विश्वविद्यालय के प्रोफेसर माइकल क्रेमर के साथ 'इंट्रोड्यूसिंग न्यू एप्रोच टू ऑब्टेनिंग रिलाएबल आंसर्स अबाउट द बेस्ट वेज टू फाइट ग्लोबल पॉवर्टी' के लिये नोबेल पुरस्कार प्रदान किया गया।
👉कदम-कदम कामयाबी
शिवांगी स्वरूप
बिहार के मुजफ्फरपुर की रहने वाली सब लेफ्टिनेंट शिवांगी स्वरूप ने नौ सेना में पहली महिला पायलट बनने का गौरव हासिल किया। उनके पिता सरकारी स्कूल में अध्यापक और माँ गृहणी हैं। उन्होंने सिक्किम मणिपाल प्रौद्योगिकी संस्थान से बीटेक किया। शिवांगी ने 27 एनओसी कोर्स के तहत एसएसी(पायलट) परीक्षा उत्तीर्ण की और भारतीय नौसेना में कमीशन हासिल किया।
👉बेटी की बुद्धिमानी
मिन्टी अग्रवाल
मिन्टी अग्रवाल युद्ध सेवा मैडल पाने वाली देश की प्रथम महिला हैं। युद्ध के दौरान विशिष्ट सेवा के लिये दिया जाने वाला यह सबसे बड़ा पुरस्कार है। पाकिस्तानी विमानों की घुसपैठ के समय फाइटर प्लेन कंट्रोलर की जिम्मेदारी निभा रहीं मिन्टी ने विंग कमांडर अभिनन्दन वर्तमान को उड़ान के दौरान दुश्मन के जहाज के बारे में जानकारियाँ दी थीं।
उन्होंने पाकिस्तान के एफ-16 विमानों की हलचल देखते ही भारत के मिराज और सुखोई विमान को अलर्ट कर दिया था।
👉संसद की पारी
मिमी चक्रवर्ती-नुसरत जहाँ
लोकसभा में इस बार चुनकर पहुँची बांग्ला सिनेमा की दो अभिनेत्रियां-मिमी चक्रवर्ती और नुसरत जहाँ खासी चर्चा में रहीं। दोनों ने पहले दिन जैसे ही संसद में प्रवेश किया, सोशल मीडिया पर चर्चा आम हो गयी। मिमी चक्रवर्ती और नुसरत जहाँ को एक ओर तो खूब ट्रोल किया गया, दूसरी तरफ तृणमूल कांग्रेस की इन दोनों सांसदों को सोशल मीडिया पर जमकर समर्थन मिला।दोनों सांसद-अभिनेत्रियां अपने परिधानों को लेकर खासी चर्चा में रहीं।
👉नरेंद्र मोदी
ऐतिहासिक जीत के साथ दूसरी पारी
2019 के लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फिर सत्ता संभाली। 23 मई को जब चुनाव परिणाम आये, तो भारतीय जनता पार्टी ने 303 सीटें हासिल कर ऐतिहासिक जीत दर्ज की। 2014 के बाद नरेंद्र मोदी की अगुवाई में लगातार दूसरी बार विशुद्ध दक्षिणपंथी सरकार बनी। नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता के रथ पर सवार एनडीए की इस जीत में अमित शाह की 'चाणक्य नीति' की महत्वपूर्ण भूमिका रही। अमित शाह गृह मंत्री बने और उसके बाद उन्होंने एक के बाद एक कई ऐतिहासिक फैसले लिये।
👉एक गाने ने बनाया स्टार
रानू मण्डल
पश्चिम बंगाल के रानाघाट रेलवे स्टेशन पर भीख माँगने वाली रानू मण्डल स्वर कोकिला लता मंगेशकर के गाये गीत 'एक प्यार का नगमा है' को गाकर रातों-रात स्टार बन गईं। रानू मण्डल के स्टार बनने के पीछे अतीन्द्र चक्रवर्ती नाम के शख्स का हाथ रहा। अतीन्द्र ने उनका गाना सुना और वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर साझा कर दिया। हुनर को तो सिर्फ एक मौका चाहिये, जो रानू मण्डल को मिल गया। इसके बाद रानू को हर कोई जानना चाहता था और उनकी आवाज़ सुनना चाहता था। वह ट्विटर, इंस्टाग्राम और फेसबुक पर ट्रेंड करने लगीं। बॉलीवुड सिंगर हिमेश रेशमिया उनसे इतने प्रभावित हुये कि उन्होंने अपनी आगामी फिल्म 'हैप्पी हार्डी एन्ड हीर' के गीत 'तेरी-मेरी कहानी' से रानू मण्डल को बतौर प्लेबैक सिंगर लॉन्च कर दिया।
👉चीफ जस्टिस रंजन गोगोई
संघर्ष भरे 13 माह
सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई 17 नवम्बर, 2019 को सेवानिवृत्त हो गये। इस पद पर उनका कार्यकाल करीब साढ़े 13 माह का रहा। इस दौरान उन्होंने कुल 47 फैसले सुनाये, जिनमें से कई ऐतिहासिक फैसलों के रूप में दर्ज हुये। उन्हें अयोध्या मामले, चीफ जस्टिस को आरटीआई के दायरे में लाने, राफेल डील, सबरीमाला मन्दिर और सरकारी विज्ञापनों में नेताओं की तस्वीर प्रकाशित करने पर पाबंदी जैसे मुकदमों में फैसला देने के लिये हमेशा याद किया जायेगा। हालाँकि सुप्रीम कोर्ट की एक पूर्व कर्मचारी ने उन पर यौन उत्पीड़न का आरोप भी लगाया, लेकिन शीर्ष अदालत की आंतरिक जाँच समिति ने उन्हें क्लीन चिट दी।
👉प्रताप चन्द्र सारंगी
साधारण व्यक्तित्व से मंत्री तक
प्रताप चन्द्र सारंगी कभी साधु बनकर एकांत जीवन बिताना चाहते थे, लेकिन समाज के प्रति समर्पण और जनसेवा का भाव उनको मन्त्रिमण्डल में ले आया। सारंगी को केंद्र सरकार में सूक्ष्म, लघु एवम् मध्यम, पशुपालन, डेयरी और मत्स्यपालन राज्य मन्त्रि बनाया गया। सरल स्वभाव के सारंगी फूस के घर में रहते हैं और अपनी पेंशन की राशि गरीब बच्चों के लिये दान करते हैं।
👉चन्द्राणी मुर्मू
कम उम्र में संसद का सफर
इंजीनियरिंग करके सरकारी नौकरी की तलाश कर रहीं 25 वर्षीय चन्द्राणी मुर्मू देश की सबसे युवा महिला सांसद हैं। ओडिशा में महिला आरक्षित क्षेत्र क्योंझर के लिये बीजू जनता दल को किसी शिक्षित महिला उम्मीदवार की तलाश थी, जो चन्द्राणी के रूप में पूर्ण हुई। उनके पास न बंगला है, न गाड़ी और न ही ज़मीन-जायदाद, लेकिन लोगों के लिये कुछ करने का हौसला भरपूर है।
👉हिमा दास
स्वर्ण पदकों की मलिका
हिमा दास ने इस वर्ष दौड़ में लगातार 5 स्वर्ण पदक अपने नाम किये। उन्होंने अपना पाँचवाँ पदक चेक रिपब्लिक में 400 मीटर की रेस 52.90 सेकण्ड में पूरी कर जीता। उन्होंने 2 जुलाई को पोलैण्ड में पोजनान एथलेटिक्स ग्रैंड प्रिक्स में 200 मीटर रेस को 23.65 सेकण्ड में पूरा करके पहला गोल्ड जीता था। उसके बाद दूसरा गोल्ड उन्होंने 7 जुलाई को पोलैंड में और तीसरा गोल्ड 13 जुलाई को रिपब्लिक में जीता। चौथा गोल्ड उन्होंने 17 जुलाई को ताबोर में 200 मीटर रेस जीतकर हासिल किया। हिमा दास का विजयी अभियान बड़ा निराला है। वह दौड़ धीमे शुरू करती हैं, लेकिन अंतिम हिस्से में, जब प्रतिद्वंदियों को उनके टॉप 3 में आने की उम्मीद भी नहीं होती, वे अपनी रफ्तार बढ़ाकर सबसे आगे निकल जाती हैं। यही उनकी विशेषता है और सबसे बड़ा शस्त्र भी।
👉सितारों की विदाई
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✨नामवर सिंह
हिन्दी आलोचना के शिखर पुरुष नामवर सिंह का निधन 19 फरवरी को हुआ। 28 जुलाई, 1927 को वाराणसी में जन्मे नामवर सिंह को अमर उजाला के वर्ष 2018 के 'आकाशदीप' सम्मान से नवाजा गया था।
✨गिरीश कारनाड
विख्यात नाटककार-अभिनेता गिरीश कारनाड का निधन 10 जून को हुआ। 19 मई, 1938 को महाराष्ट्र में जन्मे गिरीश कारनाड को अमर उजाला के वर्ष 2018 के 'आकाशदीप' सम्मान से नवाजा गया था।
✨जॉर्ज फ़र्नान्डिस
पूर्व रक्षा मंत्री जॉर्ज फ़र्नान्डिस ने 29 जनवरी को दुनिया को अलविदा कह दिया। 3 जून, 1930 को मंगलुरु, कर्नाटक में जन्मे, 9 बार के लोकसभा सांसद रहे जॉर्ज ने सबसे बड़ी हड़ताल कर तहलका मचा दिया था।
✨राम जेठमलानी
अधिवक्ता-राजनेता राम जेठमलानी का 8 सितम्बर को देहांत हुआ। उनका जन्म पाकिस्तान के शिकारपुर में 14 सितम्बर, 1923 को हुआ था। वह सबसे महँगे वकील थे, किन्तु उन्होंने कई केस नि:शुल्क भी लड़े।
✨सुषमा स्वराज
पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज 6 अगस्त को दुनिया को अलविदा कह गयीं। 14 फरवरी, 1952 को अम्बाला में जन्मीं सुषमा स्वराज 7 बार लोकसभा सांसद और दिल्ली की प्रथम महिला मुख्यमंत्री रहीं।
✨अरुण जेटली
28 दिसम्बर, 1952 को नई दिल्ली के नारायणा विहार में जन्मे अरुण जेटली ने 24 अगस्त को दुनिया से विदाई ले ली।पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली सर्वोच्च न्यायालय के जाने-माने अधिवक्ता भी थे।
✨मनोहर परिकर
पूर्व रक्षा मंत्री मनोहर परिकर का निधन 17 मार्च को हुआ। उनका जन्म 13 दिसम्बर, 1955 को गोवा के मापुसा में हुआ था। आईआईटी मुंबई से स्नातक मनोहर परिकर तीन बार गोवा के मुख्यमंत्री भी रहे थे।
✨टीएन शेषन
पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त टीएन शेषन ने 10 नवम्बर को दुनिया को अलविदा कहा। 15 दिसम्बर, 1932 को पलक्कड़, केरल में जन्मे तिरुनेले नारायण अय्यर शेषन को देश में व्यापक चुनाव सुधार का श्रेय हासिल है।
✨खय्याम
अमर धुनों के फ़िल्म संगीतकार खय्याम का 19 अगस्त को निधन हो गया। 18 फरवरी, 1927 को पंजाब के जालन्धर में जन्मे मोहम्मद ज़हूर खय्याम हाशमी ने जीवन भर की कमाई नये कलाकारों के लिये दान कर दी थी।
✨श्रीराम लागू
हिंदी और मराठी फिल्मों के मशहूर अभिनेता श्रीराम लागू ने 17 दिसम्बर को दुनिया को अलविदा कह दिया। 16 नवम्बर, 1927 को सतारा, महाराष्ट्र में जन्मे डॉ. श्रीराम लागू ईएनटी सर्जन भी थे।
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